- अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 के बीच 1,47,536 आवेदन दाखिल।
- 72,473 आवेदन रिजेक्ट, 70,211 निष्पादित और 4,852 लंबित।
- गिरिडीह सदर में सबसे ज्यादा निष्पादन, जमुआ में सबसे ज्यादा रिजेक्शन।
- रिश्वत और दस्तावेज संबंधी समस्याओं से आवेदक परेशान।
- अधिकारियों ने सुधार का आश्वासन दिया।
गिरिडीह जिले में दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) मामलों में बड़ी संख्या में आवेदन रिजेक्ट हो रहे हैं। अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 के बीच जिले में कुल 1,47,536 आवेदन दाखिल हुए। इनमें से 70,211 का निष्पादन किया गया, जबकि 72,473 आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए और 4,852 अभी लंबित हैं।
ब्लॉकवार स्थिति
जिले के विभिन्न ब्लॉकों में दाखिल-खारिज मामलों का निष्पादन और रिजेक्शन आंकड़े निम्न प्रकार हैं:
- गिरिडीह सदर: 30,347 में से 19,138 निष्पादित, 849 लंबित, 10,360 रिजेक्ट।
- जमुआ: 20,220 में 7,000 निष्पादित, 447 लंबित, 12,773 रिजेक्ट।
- धनवार: 17,307 में 11,726 निष्पादित, 424 लंबित, 5,157 रिजेक्ट।
- बेंगाबाद: 16,576 में 7,933 निष्पादित, 625 लंबित, 8,018 रिजेक्ट।
- बिरनी: 16,006 में 5,610 निष्पादित, 683 लंबित, 9,713 रिजेक्ट।
- देवरी: 11,585 में 2,674 निष्पादित, 462 लंबित, 8,449 रिजेक्ट।
- सरिया: 8,415 में 3,401 निष्पादित, 304 लंबित, 4,710 रिजेक्ट।
- डुमरी: 6,735 में 3,952 निष्पादित, 272 लंबित, 2,511 रिजेक्ट।
- गांडेय: 6,670 में 2,024 निष्पादित, 356 लंबित, 4,290 रिजेक्ट।
- बगोदर: 4,851 में 2,532 निष्पादित, 203 लंबित, 2,116 रिजेक्ट।
- गावां: 4,029 में 2,308 निष्पादित, 116 लंबित, 1,605 रिजेक्ट।
- तिसरी: 2,851 में 918 निष्पादित, 74 लंबित, 1,859 रिजेक्ट।
- पीरटाड़: 1,944 में 995 निष्पादित, 37 लंबित, 912 रिजेक्ट।
आवेदकों की समस्याएं
अधिकतर आवेदकों को मूल दस्तावेज प्रस्तुत करने और रिश्वत की मांग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन वजहों से आवेदन प्रक्रिया जटिल हो रही है और रिजेक्शन की संख्या बढ़ रही है।
अधिकारियों का आश्वासन
जिला प्रशासन ने प्रक्रिया में सुधार का आश्वासन दिया है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी लंबित मामलों का जल्द से जल्द निष्पादन किया जाए और आवेदकों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाए।
‘न्यूज़ देखो’ के साथ जुड़े रहिए और गिरिडीह जिले की हर छोटी-बड़ी खबर पर अपडेट पाते रहिए।