#GiridihNews #पीरटांड़ #JharkhandIrrigation — 191 गांवों के किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
- 17 अप्रैल को पीरटांड़ प्रखंड सभागार में हुई उच्चस्तरीय बैठक
- जल संसाधन मंत्री हफ़ीजुल हसन और नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार ने की अध्यक्षता
- योजना के तहत 17 पंचायतों और 191 गांवों को मिलेगा सिंचाई सुविधा का लाभ
- गुणवत्ता, पारदर्शिता और समयबद्धता पर विशेष जोर
- स्थानीय जैव विविधता और रोजगार को मिलेगी मजबूती
क्या है पीरटांड़ मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना?
झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी “पीरटांड़ मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना” का उद्देश्य गिरिडीह जिले के किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराना है।
इस परियोजना के माध्यम से 17 पंचायतों के 191 गांवों में जल पहुंचाया जाएगा, जिससे कृषि उत्पादन, रोजगार और किसानों की आय में वृद्धि होगी।
बैठक में किन बिंदुओं पर हुई चर्चा?
गिरिडीह के पीरटांड़ प्रखंड सभागार में आयोजित इस बैठक में योजना से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई:
- निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश
- परियोजना में पारदर्शिता बनाए रखने पर बल
- निर्धारित समय-सीमा के भीतर कार्य पूर्ण करने का निर्देश
- स्थानीय जैव विविधता और आजीविका को नुकसान न पहुंचे, इस पर विशेष ध्यान
“यह योजना न सिर्फ किसानों की आय बढ़ाएगी, बल्कि क्षेत्र में हरित क्रांति का आधार बनेगी। निर्माण एजेंसियों को हर हाल में गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करनी होगी।”
— हफ़ीजुल हसन, जल संसाधन मंत्री“यह सिर्फ सिंचाई परियोजना नहीं, बल्कि यह गांवों की आर्थिक रीढ़ को मजबूत करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।”
— सुदिव्य कुमार, नगर विकास मंत्री
किसानों को होगा क्या लाभ?
इस योजना से उन क्षेत्रों को सिंचाई सुविधा मिलेगी, जहां अब तक केवल वर्षा पर निर्भरता थी।
सिंचाई की सुविधा से रबी व खरीफ दोनों मौसमों में फसलें संभव होंगी, जिससे उत्पादन बढ़ेगा।
बढ़ी हुई पैदावार से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

न्यूज़ देखो : झारखंड में हर खेत तक पानी पहुंचाने की दिशा में बड़ा कदम
झारखंड सरकार की यह योजना राज्य के ग्रामीण इलाकों को जल-संपन्न बनाने की ओर मजबूत पहल है।
‘न्यूज़ देखो’ अपील करता है कि किसान इस योजना का अधिकतम लाभ उठाएं और साथ ही पर्यावरण एवं पारदर्शिता के प्रति सजग रहें। इस योजना से जुड़कर हर गांव, हर खेत को सिंचाई मिले — यही झारखंड का सपना है।