गिरिडीह में फूटा गुस्सा: पहलगाम आतंकी हमले पर आक्रोश, बोले- आतंकियों के साथ छिपे चेहरों पर भी हो सर्जिकल स्ट्राइक

#गिरिडीह #पहलगाम_आतंकी_हमला — डॉक्टरों से लेकर छात्रों तक में उबाल, देशभर में पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता

गिरिडीह में विरोध की आवाजें बुलंद

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर गिरिडीह में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। जिले के विभिन्न सामाजिक संगठनों, चिकित्सकों, छात्रों और राजनीतिक विंग्स ने आतंकवाद के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। सबका एक ही संदेश था — अब सिर्फ निंदा नहीं, निर्णायक कार्रवाई होनी चाहिए।

भारतीय जनता युवा मोर्चा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और राष्ट्रीय कायस्थ वृंद सहित कई संगठनों के सदस्यों ने पहलगाम घटना की तीखी निंदा की। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए कहा कि जिस तरह उरी और पुलवामा हमलों के बाद सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी, अब उससे भी बड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

चिकित्सकों की भावुक अपील

गिरिडीह के प्रसिद्ध चिकित्सकों ने भी इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। डॉ आजाद, डॉ विकास लाल, डॉ रितेश सिन्हा और अन्य चिकित्सकों ने मारे गए सैलानियों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और साथ ही सरकार से निर्णायक एवं सख्त कार्रवाई की मांग रखी।

“देश का हर नागरिक आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निर्णायक कदम की उम्मीद करता है।” — डॉ आजाद

उमर अब्दुल्ला सरकार पर सवाल, राष्ट्रपति शासन की मांग

भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कश्मीर में उमर अब्दुल्ला सरकार पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जब तक राष्ट्रपति शासन था, तब तक हालात शांत थे, लेकिन अब आतंकियों को फिर से खुली छूट मिल गई है। प्रदर्शनकारियों ने अब्दुल्ला सरकार की बर्खास्तगी की मांग की और कहा कि छिपे हुए देशद्रोहियों पर भी सर्जिकल स्ट्राइक होनी चाहिए।

“अब समय आ गया है कि सिर्फ सरहद पार नहीं, बल्कि देश के अंदर छिपे गद्दारों को भी सबक सिखाया जाए।” — राष्ट्रीय कायस्थ वृंद सदस्य

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