
हाइलाइट्स :
- गिरिडीह में शीतला अष्टमी पर मां मथुरासिनी पूजन महोत्सव शुरू
- बारिश के बीच भी भक्तों की भारी भीड़ ने लिया भाग
- भंडारीडीह माहुरी छात्रावास से निकाली गई भव्य शोभा यात्रा
- रथ पर सजी नन्हीं बच्ची ने माता का रूप धारण किया
- विधिविधान से पूजन कर भक्तों ने मां मथुरासिनी का आह्वान किया
गिरिडीह : शीतला अष्टमी के पावन अवसर पर माहुरी समाज की कुलदेवी मां मथुरासिनी पूजन महोत्सव का शुभारंभ शुक्रवार को गिरिडीह में भव्य शोभा यात्रा निकालकर किया गया। बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ और बड़ी संख्या में युवाओं, महिलाओं और युवतियों ने शोभा यात्रा में भाग लिया।
जयकारों के साथ गूंजा शहर
भक्तों की टोलियां “मां मथुरासिनी की जय” के नारों के साथ शोभा यात्रा में शामिल रहीं। यह यात्रा भंडारीडीह माहुरी छात्रावास से निकलकर विभिन्न मार्गों से होते हुए पुनः छात्रावास परिसर में समाप्त हुई। शोभायात्रा के दौरान भक्ति और आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला।
“शोभा यात्रा में शामिल हर भक्त मां मथुरासिनी के प्रति गहरी आस्था और श्रद्धा लेकर आया था। बारिश के बावजूद जो उत्साह दिखा, वह समाज की एकता का प्रतीक है।” — आयोजन से जुड़े एक सदस्य ने बताया।
रथ पर माता के रूप में सजी नन्हीं बच्ची बनी आकर्षण का केंद्र
इस शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण रथ पर सजी नन्हीं बच्ची थी, जिसने माता मथुरासिनी का वेश धारण किया हुआ था। उसके साथ चलती श्रद्धालु टोलियां लगातार माता के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ रही थीं।
पूजा अर्चना और आह्वान
शहर भ्रमण के बाद शोभा यात्रा माहुरी छात्रावास परिसर में समाप्त हुई, जहां विधिविधान के साथ माता मथुरासिनी का पूजन और आह्वान किया गया। मौके पर सिद्धांत कन्धवे, अमित गुप्ता, विवेक गुप्ता विक्की समेत कई युवा अपनी उपस्थिति के साथ आयोजन को सफल बनाने में जुटे रहे।
‘न्यूज़ देखो’
क्या मां मथुरासिनी का यह पूजन महोत्सव समाज को और अधिक जोड़ने का जरिया बनेगा? क्या ऐसी सांस्कृतिक परंपराओं से नई पीढ़ी भी जुड़ेगी? इन तमाम पहलुओं पर नजर बनाए रखिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।
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