- रोटरी गिरिडीह, इनर व्हील क्लब ऑफ गिरिडीह सनसाइन और श्री श्याम सेवा समिति ट्रस्ट ने मिलकर किया आयोजन
- मेदांता, पटना के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने स्वास्थ्य जांच और परामर्श दिया
- करीब 200 लोगों की ब्लड प्रेशर और शुगर जांच, 70 लोगों का ECG भी किया गया
- CPR प्रशिक्षण देकर आपातकालीन स्थिति में जीवन बचाने के उपाय सिखाए गए
- मुख्य अतिथि के रूप में इनर व्हील की पास्ट डिस्ट्रिक्ट चेयरपर्सन पूनम सहाय मौजूद रहीं
स्वास्थ्य जांच और परामर्श शिविर
गिरिडीह: शुक्रवार को रोटरी गिरिडीह, इनर व्हील क्लब ऑफ गिरिडीह सनसाइन और श्री श्याम सेवा समिति ट्रस्ट द्वारा स्वास्थ्य जांच एवं CPR ट्रेनिंग शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में मेदांता, पटना से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों डॉ. किशोर झुनझुनवाला, डॉ. आशीष सप्रे, डॉ. विकास बंसल, डॉ. राहुल कुमार, डॉ. रवि कुमार ने लोगों की स्वास्थ्य जांच की और आवश्यक परामर्श दिया।
शिविर में हुई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जांच
- 200 लोगों का ब्लड प्रेशर और शुगर जांच की गई
- 70 लोगों का ECG भी किया गया
CPR प्रशिक्षण शिविर
मेदांता हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने लोगों को CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देने की प्रक्रिया सिखाई।
उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक की स्थिति में CPR तकनीक से मरीज की जान बचाई जा सकती है। यह प्रक्रिया इस प्रकार है:
- हार्ट अटैक आने के लक्षणों को पहचानना
- पीड़ित व्यक्ति को तुरंत सीने पर दबाव (Chest Compression) देना
- मरीज को मुंह से सांस (Mouth-to-Mouth Resuscitation) देकर ऑक्सीजन पहुंचाना
- तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर उपचार शुरू कराना
मुख्य अतिथि और आयोजकों की भूमिका
कार्यक्रम में इनर व्हील की पास्ट डिस्ट्रिक्ट चेयरपर्सन पूनम सहाय बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहीं।
शिविर के सफल आयोजन में रोटरी गिरिडीह अध्यक्ष रवि चूड़ीवाला, सचिव मयंक राजगढ़िया, इनर व्हील क्लब ऑफ गिरिडीह सनसाइन की अध्यक्षा सोनाली तर्वे, सचिव राखी झुनझुनवाला, शिविर संयोजक अमित अग्रवाल, मनीष बर्नवाल, अभिषेक जैन, अमित गुप्ता, नरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, प्रमोद अग्रवाल, तरणजीत सिंह, कविता राजगढ़िया, स्मृति आनंद, मोना चूड़ीवाला, सुमन गौरीसरिया, चरणजीत सिंह, नवीन सेठी, गुरप्रीत सिंह, प्रशांत बगडिया, मनीष तर्वे सहित अन्य सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
CPR क्या है?
कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) एक जीवनरक्षक तकनीक है, जिसका उपयोग हार्ट अटैक या डूबने
CPR द्वारा शरीर में रक्त और ऑक्सीजन का संचार किया जाता है, जिससे मरीज की जान बचाई जा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, सही तकनीक से CPR देने पर हार्ट अटैक के कारण होने वाली मौतों को काफी हद तक रोका जा सकता है।
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