- नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू ने महोत्सव के बाद उसरी बचाव अभियान का समर्थन किया।
- सीसीएल ने तीन छिलका डेम के लिए दो करोड़ की राशि दी, दो करोड़ और मिलने की संभावना।
- डीएफओ ने उसरी नदी में हजारों पेड़ लगाने की योजना बताई।
- गिरिडीह उपायुक्त और एसडीएम ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया।
गिरिडीह में आयोजित उसरी महोत्सव ने बड़ी सफलता हासिल की। नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू के कार्यभार के कारण महोत्सव के दौरान उनकी उपस्थिति संभव नहीं हो सकी, लेकिन महोत्सव के बाद उन्होंने उसरी बचाव अभियान के सदस्यों से मुलाकात की। अभियान की टीम ने मंत्री को पुष्पगुच्छ और मेमेंटो भेंट किया।
उसरी नदी बचाव के लिए संकल्प
मंत्री सुदिव्य सोनू ने उसरी नदी को बेहतर स्वरूप में बदलने के लिए संबंधित विभागों से लगातार बातचीत करने का संकल्प लिया। अभियान की टीम को आशा है कि 2025 तक उसरी नदी का स्वरूप बदल जाएगा।
ज्ञात हो कि तीन छिलका डेम के निर्माण के लिए सीसीएल जीएम बासब चौधरी ने दो करोड़ की राशि दी है और दो करोड़ और जल्द मिलने की उम्मीद है।
प्रशासन और मीडिया की सराहना
उसरी महोत्सव में गिरिडीह उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार साझा किए और अभियान की सराहना की। एसडीएम यशवंत श्रीकांत बिस्पुते ने जल, जंगल और जलस्रोत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए आम जनता से प्रशासन का साथ देने की अपील की।
महोत्सव में मीडिया की भूमिका को भी सराहा गया, जिन्होंने इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
वन विभाग और सीसीएल का योगदान
डीएफओ मनीष तिवारी ने बताया कि वन विभाग उसरी नदी के किनारे हजारों पेड़ लगाने की योजना बना रहा है। सीसीएल जीएम बासब चौधरी ने पर्यावरण को बेहतर बनाने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की और महोत्सव के अंतिम दिन पुरस्कार वितरण किया।
अभियान के प्रमुख सदस्य
मंत्री से मुलाकात के दौरान उसरी बचाव अभियान के राजेश सिन्हा, आलोक मिश्रा, सूरज नयन, नुरुल हौंदा, टिंकू सिन्हा, बिपिन अग्रवाल और प्रकाश राणा उपस्थित थे।
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