- पचंबा फोर लेन पर बिजली पोल शिफ्टिंग का कार्य लापरवाही से किया जा रहा है।
- मजदूरों को बिना हेलमेट, दस्ताने और सुरक्षा उपकरणों के 42 फीट ऊंचे रेल पोल पर चढ़ाकर काम कराया जा रहा है।
- 11,000 वोल्ट के बिजली तारों के पास बिना सेफ्टी के काम जारी, हादसे की आशंका।
- माले नेता राजेश सिन्हा ने लापरवाही पर नाराजगी जताई, जल्द सुधार नहीं हुआ तो प्रशासन तक मामला पहुंचाने की चेतावनी।
- सिहोडीह में हाल ही में करंट लगने से मजदूर की मौत का मामला सामने आया था।
बिजली पोल शिफ्टिंग में लापरवाही
गिरिडीह के पचंबा फोर लेन पर बिजली पोल शिफ्टिंग का कार्य चल रहा है, लेकिन इसमें सुरक्षा मानकों की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है। मजदूरों को बिना हेलमेट, दस्ताने और अन्य सुरक्षा उपकरणों के 42 फीट ऊंचे रेल पोल पर चढ़ाकर काम कराया जा रहा है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि 11,000 वोल्ट के हाईटेंशन तारों के पास भी बिना किसी सेफ्टी गियर के मजदूर काम कर रहे हैं। इस कारण वहां बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है।
माले नेता राजेश सिन्हा ने जताई नाराजगी
माले नेता राजेश सिन्हा ने इस लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित किए बिना उन्हें जोखिम भरे काम में लगाया जा रहा है।
“जब मैंने मजदूरों से इस बारे में बात की, तो वहां के सरदार ने इशारा कर काम बंद करवा दिया। यह पूरी तरह से लापरवाही का मामला है।” – राजेश सिन्हा
उन्होंने कहा कि यदि जल्द से जल्द सुरक्षा उपाय नहीं किए गए, तो वे इस मामले को गिरिडीह उपायुक्त, बिजली विभाग, सरकार के सचिव और मंत्री तक पहुंचाएंगे।
सुरक्षा नियमों की अनदेखी से बढ़ रहा खतरा
राजेश सिन्हा ने मजदूरों को भी सतर्क रहने और सेफ्टी ट्रेनिंग लेने की सलाह दी। उन्होंने प्रशासन को पहले से सतर्क रहने की अपील की ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
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गिरिडीह के पचंबा फोर लेन पर बिजली पोल शिफ्टिंग में हो रही लापरवाही से मजदूरों की जान खतरे में है। माले नेता राजेश सिन्हा ने प्रशासन को सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी है। ऐसे मामलों से जुड़ी हर खबर के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।