
#गिरिडीह #शिक्षा : उपायुक्त ने उर्दू मध्य विद्यालय और प्लस टू उच्च विद्यालय का निरीक्षण कर दिए कई निर्देश
- उपायुक्त रामनिवास यादव ने दो स्कूलों का औचक निरीक्षण किया।
- शिक्षकों व छात्रों की उपस्थिति, पढ़ाई की गुणवत्ता की समीक्षा।
- पोषाहार, पेयजल, स्वच्छता, सुरक्षा पर विस्तृत जांच।
- गुणवत्तापूर्ण भोजन और बेहतर आधारभूत सुविधाओं के निर्देश।
- छात्राओं से बातचीत, पढ़ाई की जानकारी ली।
औचक निरीक्षण से शिक्षा व्यवस्था में तेजी
गिरिडीह के उपायुक्त रामनिवास यादव ने आज उर्दू मध्य विद्यालय मिर्ज़ागालिब और प्लस टू उच्च विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति, शैक्षणिक व्यवस्था, नामांकन की स्थिति, पेयजल और विद्युत सुविधाएं, स्वच्छता, सुरक्षा, और आधारभूत संरचनाओं का गहन परीक्षण किया।
पोषाहार व अन्य सुविधाओं पर सख्त नजर
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने पोषाहार योजना के तहत बच्चों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और पौष्टिक भोजन मिले। इसके साथ ही, पेयजल और बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित करने और स्कूल परिसर को स्वच्छ और सुरक्षित रखने पर बल दिया।
उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा: “बच्चों के भविष्य से जुड़ा हर मुद्दा महत्वपूर्ण है। स्कूलों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
छात्राओं से संवाद और सुझाव
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने छात्राओं से सीधे संवाद किया और उनकी पढ़ाई, शिक्षकों के व्यवहार और स्कूल की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि छात्राओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए।
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर जोर
इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना और छात्रों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों और शिक्षकों को निर्देश दिया कि सभी खामियों को तुरंत दूर किया जाए।



न्यूज़ देखो: शिक्षा पर प्रशासन की पैनी नजर
यह औचक निरीक्षण दिखाता है कि प्रशासन ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए गंभीर है। बेहतर शिक्षा, सुरक्षित वातावरण और स्वच्छता बच्चों के लिए आवश्यक है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मिलकर करें शिक्षा को सशक्त
शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं, यह सुविधाओं और गुणवत्ता से भी जुड़ी है। आपका क्या मानना है—क्या नियमित औचक निरीक्षण से शिक्षा व्यवस्था सुधरेगी? अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें और जागरूकता फैलाएं।