गिरिडीह डीसी का औचक निरीक्षण, शिक्षा में कोताही पर सख्त रवैया

#गिरिडीह #विद्यालय_निरीक्षण : उपायुक्त रामनिवास यादव ने उत्क्रमित उच्च विद्यालय महेशलुंडी का किया निरीक्षण — शिक्षकों की अनुपस्थिति पर जताई नाराजगी, शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष बल

शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा में जुटा प्रशासन

गिरिडीह। शनिवार को जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त रामनिवास यादव ने गिरिडीह प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय, महेशलुंडी का औचक निरीक्षण कर विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था, विद्यार्थियों की उपस्थिति और बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान शिक्षकों व विद्यार्थियों की कम उपस्थिति पर उन्होंने स्पष्ट नाराजगी जताई।

विद्यालय प्रधान को निर्देशित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि शिक्षण कार्य में अनुशासन और गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी शिक्षकों को समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए विषयवार पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।

उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा: “शिक्षा की गुणवत्ता के साथ समझौता स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह राज्य और देश के भविष्य से जुड़ा विषय है।”

छात्रों से संवाद, समस्याएं सुनीं

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने छात्रों से सीधे संवाद स्थापित कर उनकी पढ़ाई की स्थिति, पाठ्य सामग्री और अन्य शैक्षणिक चुनौतियों की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को प्रभावी समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

अव्यवस्थाओं पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश

निरीक्षण में विद्यालय परिसर की साफ-सफाई, शौचालय व्यवस्था, बाउंड्री वॉल और पेयजल जैसे बुनियादी ढांचे में कई कमियां पाई गईं। उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।
इसके अतिरिक्त, उपस्थिति पंजी, सामग्री पंजी व अन्य अभिलेखों की भी गहन जांच की गई।

शिक्षा ही देश की बुनियाद: उपायुक्त

निरीक्षण के अंत में उपायुक्त ने कहा कि बच्चों का समग्र विकास – मानसिक, बौद्धिक और नैतिक – केवल शिक्षकों की नहीं, बल्कि अभिभावकों और प्रशासन की भी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिले के अन्य विद्यालयों में भी औचक निरीक्षण लगातार जारी रहेंगे, ताकि शिक्षा व्यवस्था में अनुशासन और पारदर्शिता बनी रहे।

न्यूज़ देखो: गिरिडीह में शिक्षा सुधार की जमीन तैयार

गिरिडीह के डीसी का यह औचक निरीक्षण यह दर्शाता है कि प्रशासन अब शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर कोई ढिलाई बर्दाश्त करने को तैयार नहीं। बच्चों के भविष्य से जुड़ी किसी भी लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होना समय की मांग है।
न्यूज़ देखो गिरिडीह प्रशासन के इस रुख का स्वागत करता है और आशा करता है कि अन्य जिले भी इससे प्रेरणा लेंगे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

बच्चों का भविष्य है प्राथमिकता

शिक्षा ही वह आधार है, जिस पर एक सशक्त समाज और विकसित राष्ट्र की कल्पना की जाती है। यदि हर नागरिक, शिक्षक, अभिभावक और प्रशासक इस जिम्मेदारी को ईमानदारी से निभाए, तो हमारा देश एक उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर हो सकता है।
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