
#गिरिडीह – स्थानीय लोगों की सतर्कता और मानवीयता ने बचाया मासूम का भविष्य
- लाखरी क्षेत्र में एक मासूम बच्चा भटका, घंटों तक रोता रहा
- स्थानीय लोगों ने बच्चे को शांत कर जानकारी जुटाई
- नाम बताया ‘रिजवान’, पिता का नाम ‘इस्लाम’, पता नहीं मालूम
- बच्चे को सुरक्षित गिरिडीह डीसी ऑफिस (पपरवाटांड़) पहुंचाया गया
- परिजनों की पहचान के लिए प्रशासन का प्रयास जारी, संपर्क नंबर जारी
मासूम की मासूमियत ने भावुक किया लोगों को
गिरिडीह जिला अंतर्गत लाखरी क्षेत्र में रविवार को एक मासूम बच्चा रास्ता भटक गया और घंटों तक रोते हुए लोगों का ध्यान खींचा। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने बच्चे को शांत कराया और उसका नाम पूछने पर उसने ‘रिजवान’ बताया। बच्चे के अनुसार उसके पिता का नाम इस्लाम है, लेकिन वह घर का पता या स्थान स्पष्ट नहीं बता सका।
मानवीयता का परिचय देते हुए लोगों ने पहुंचाया डीसी ऑफिस
स्थानीय नागरिकों ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए बच्चे को तत्काल गिरिडीह डीसी ऑफिस (पपरवाटांड़) पहुंचाया, जहां फिलहाल वह पूरी तरह सुरक्षित है। प्रशासन बच्चे की देखभाल में जुटा हुआ है और उसकी पहचान एवं परिजनों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है।
प्रशासन ने आम जनता से मांगा सहयोग
जिला प्रशासन की ओर से एक सार्वजनिक अपील जारी की गई है। यदि किसी व्यक्ति को इस बच्चे के बारे में कोई जानकारी हो या वह इसके परिजनों को जानता हो, तो कृपया गिरिडीह डीसी ऑफिस के नंबर 06532-222073 पर तुरंत संपर्क करें।
‘न्यूज़ देखो’ की अपील : मासूमों की सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी
न्यूज़ देखो पाठकों से अपील करता है कि यदि आपके पास इस बच्चे के संबंध में कोई जानकारी है, तो तुरंत प्रशासन से संपर्क करें। ऐसे मामलों में समाज की साझी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता ही किसी बच्चे को उसके परिजनों से मिलाने का जरिया बन सकती है।
हर मदद एक उम्मीद बनती है
छोटे बच्चों के लिए यह दुनिया बहुत बड़ी और अनजानी होती है। रिजवान जैसे मासूमों की सुरक्षा समाज की ज़िम्मेदारी है। अगर हम एक कदम बढ़ाएं, तो किसी की जिंदगी सुरक्षित और भविष्य उज्ज्वल हो सकता है।