
#गिरिडीह #सड़क_सुरक्षा : सांसद ने एसपी से मुलाकात कर दुर्घटना रोकथाम और ट्रैफिक सुधार पर रखे ठोस सुझाव
- हाल ही में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में युवक की मौत पर सांसद ने व्यक्त की चिंता।
- सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने एसपी डॉ. विमल कुमार से की औपचारिक मुलाकात।
- शहर में भारी वाहनों की नो-एंट्री टाइमिंग रात 9 बजे से बढ़ाकर 10 बजे करने का अनुरोध।
- तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने और यातायात नियंत्रण को मजबूत करने पर जोर।
- कानून व्यवस्था और सड़क सुरक्षा को लेकर विस्तृत चर्चा, भविष्य में हादसे रोकने की पहल।
गिरिडीह में हाल ही में हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। एक युवक की मौत के बाद जिले में सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर नए सवाल खड़े हो गए हैं। इसी मुद्दे पर मंगलवार को गिरिडीह सांसद श्री चंद्र प्रकाश चौधरी ने जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार से मुलाकात की। सांसद ने दुखद दुर्घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं पर तत्काल काबू पाने की जरूरत है। इसी क्रम में उन्होंने पुलिस प्रशासन के समक्ष कई महत्वपूर्ण सुझाव रखे।
बढ़ते हादसों पर सांसद ने जताई गंभीर चिंता
सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने बैठक में बताया कि भारी वाहनों की चपेट में आने से हो रही मौतों की संख्या चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि शहर की सड़कों पर बेतरतीब ढंग से प्रवेश कर रहे बड़े वाहनों से आम लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है। कुछ मामलों में तेज रफ्तार और नियमों के उल्लंघन के कारण गंभीर हादसे सामने आए हैं, जिन्हें रोकना अत्यंत आवश्यक है।
भारी वाहनों की नो-एंट्री समय में बदलाव की मांग
सांसद ने एसपी से आग्रह किया कि भारी वाहनों के नो-एंट्री समय को रात 9 बजे से बढ़ाकर 10 बजे किया जाए। उनका तर्क था कि वर्तमान समय शहर की गतिविधियों और वाहनों की आवाजाही के हिसाब से पूरी तरह उपयुक्त नहीं है। समय बढ़ाए जाने से ट्रैफिक का दबाव कम होगा और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस बदलाव से शहर में दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।
तेज गति वाले वाहनों पर तत्काल कार्रवाई की जरूरत
मुलाकात के दौरान सांसद ने तेज गति से चलने वाले वाहनों पर कठोर कार्रवाई की मांग भी रखी। उन्होंने कहा कि ऐसे वाहनों को तुरंत रोकने और चालान करने का निर्देश जारी किया जाए। उन्होंने माना कि स्पीड कंट्रोल ट्रैफिक सुरक्षा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है और यदि समय रहते इस पर ध्यान दिया जाए, तो कई जानें बचाई जा सकती हैं।
सुरक्षित भविष्य के लिए जरूरी कदम
बैठक में सांसद ने सड़क सुरक्षा को जनहित का विषय बताते हुए कहा कि प्रशासनिक और तकनीकी स्तर पर मिलकर काम करने से ही दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। उन्होंने भरोसा जताया कि एसपी और पुलिस टीम इन मुद्दों पर गंभीरता से काम करेगी और गिरिडीह में एक सुरक्षित यातायात व्यवस्था स्थापित की जाएगी।
न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन की सक्रियता का बेहतर संकेत
सांसद और एसपी के बीच हुई यह बैठक गिरिडीह में बढ़ते हादसों पर गंभीरता को दर्शाती है। ट्रैफिक नियमों की प्रभावी निगरानी और भारी वाहनों पर नियंत्रण से सड़क सुरक्षा में सुधार की उम्मीद है। प्रशासन की यह सक्रियता जनसुरक्षा के प्रति उनकी संवेदनशीलता को भी प्रमाणित करती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित सड़कें, सुरक्षित जीवन
सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हम सभी की साझा प्रतिबद्धता है। नियमों का पालन करें, दूसरों को भी जागरूक करें और एक सुरक्षित शहर बनाने में भागीदार बनें। अपनी राय कमेंट करें, खबर साझा करें और जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपनी भूमिका निभाएं।





