#गिरिडीह #रेलवेसुधार : डीआरएम ने दिया आदेश – स्टेशन को मॉडल रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी
- आसनसोल रेल मंडल की डीआरएम विनीता श्रीवास्तव गुरुवार को गिरिडीह रेलवे स्टेशन पहुंचीं।
- उन्होंने स्टेशन परिसर से लेकर सीसीएल सीपी साइडिंग तक का किया विस्तृत निरीक्षण।
- साफ-सफाई, टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय और सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा की गई।
- अधिकारियों को यात्री सुविधा और संतुष्टि को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।
- डिप्टी चीफ कोलेस्ट विकास कुमार ने बताया कि स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाने की तैयारी शुरू।
- डीआरएम के दौरे से यात्रियों में उत्साह और उम्मीद का माहौल।
गिरिडीह रेलवे स्टेशन के विकास का नया अध्याय शुरू हो गया है। आसनसोल रेल मंडल की डीआरएम विनीता श्रीवास्तव गुरुवार को गिरिडीह पहुंचीं और स्टेशन परिसर से लेकर सीसीएल साइडिंग तक का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने सभी विभागों को यात्री सुविधा सुधारने और स्टेशन को आधुनिक स्वरूप देने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यात्रियों के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक माहौल तैयार करने पर विशेष बल दिया गया।
डीआरएम ने किया स्टेशन का निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने ट्रैक, टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय, पेयजल सुविधा, शौचालय और सुरक्षा व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गिरिडीह स्टेशन को अब ऐसे स्वरूप में बदला जाएगा जो यात्रियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यात्रियों की हर जरूरत को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई जाएं।
डीआरएम विनीता श्रीवास्तव ने कहा: “गिरिडीह रेलवे स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि हर यात्री को गर्व महसूस हो।”
सुधार कार्यों को मिली रफ्तार
डीआरएम ने निरीक्षण के बाद स्टेशन मास्टर, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और कमर्शियल विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्म की ऊँचाई, लाइटिंग, साफ-सफाई और यात्रियों की सुविधा से जुड़ी सभी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्टेशन परिसर में सौंदर्यीकरण, सुरक्षा और डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड जैसी सुविधाओं को बढ़ाने पर काम किया जाएगा।
उन्होंने कहा: “रेलवे केवल यात्रा का साधन नहीं बल्कि यह सेवा का प्रतीक है। हम यात्रियों की सुविधा और संतुष्टि को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।”
जल्द बदलेगा गिरिडीह स्टेशन का स्वरूप
डिप्टी चीफ कोलेस्ट विकास कुमार ने बताया कि डीआरएम के निर्देश के बाद स्टेशन को आधुनिक स्वरूप देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही यहां डिजिटल बोर्ड, सोलर लाइट, ड्रिंकिंग वाटर स्टेशन और व्हीलचेयर एक्सेसिबिलिटी जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह स्टेशन आने वाले दिनों में मॉडल स्टेशन के रूप में उभरेगा।
विकास कुमार ने कहा: “गिरिडीह स्टेशन को आधुनिक बनाकर यात्रियों को बड़े शहरों जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।”
यात्रियों में उम्मीद और उत्साह
डीआरएम के निरीक्षण से गिरिडीह के यात्रियों में नई उम्मीद जगी है। वर्षों से स्टेशन के विकास की मांग उठती रही है। अब जब रेल मंडल की शीर्ष अधिकारी ने स्वयं निरीक्षण कर सुधार के निर्देश दिए हैं, तो लोगों को विश्वास है कि आने वाले समय में स्टेशन का चेहरा पूरी तरह बदल जाएगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि गिरिडीह एक प्रमुख औद्योगिक और शैक्षणिक केंद्र है, इसलिए यहां के स्टेशन को आधुनिक बनाना समय की मांग है।
रेल मंडल के लिए गिरिडीह का महत्व
गिरिडीह रेलवे स्टेशन न केवल यात्रियों के लिए बल्कि सीसीएल और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भी अहम है। यहां से कोयला और अन्य औद्योगिक सामग्रियों की ढुलाई होती है। निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने लॉजिस्टिक व्यवस्था और मालगाड़ियों के संचालन की सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि माल संचालन को अधिक कुशल और सुरक्षित बनाया जाएगा।
डीआरएम ने कहा: “गिरिडीह की प्रगति रेलवे की मजबूती से जुड़ी है। स्टेशन के विकास से स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।”
जनता की प्रतिक्रिया
निरीक्षण के बाद स्थानीय नागरिकों और यात्रियों ने रेलवे प्रशासन की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यदि स्टेशन पर सुविधाएं सुधरती हैं तो यह क्षेत्र के विकास के लिए बड़ा कदम होगा। लोगों ने उम्मीद जताई कि इस बार सुधार कार्य केवल घोषणा तक सीमित नहीं रहेंगे बल्कि धरातल पर दिखेंगे।
न्यूज़ देखो: गिरिडीह को मिला विकास का नया ट्रैक
डीआरएम विनीता श्रीवास्तव का यह दौरा सिर्फ निरीक्षण नहीं बल्कि रेलवे की नई सोच का संकेत है। यात्रियों की सुविधा और स्टेशन विकास को लेकर यह कदम क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। अब देखना यह होगा कि इन निर्देशों का असर कब तक दिखता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक नागरिक बनें और बदलाव के साथी बनें
विकास तभी सफल होता है जब जनता उसमें अपनी भूमिका निभाती है। रेलवे स्टेशन की स्वच्छता, व्यवस्था और संपत्ति की सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है। आइए मिलकर गिरिडीह को एक आदर्श शहर और उसका स्टेशन एक आदर्श प्रतीक बनाएं।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाएं ताकि हर नागरिक अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभा सके।