
#गिरिडीह #राज्यस्थापनादिवस : स्टेडियम से समाहरणालय तक “रन फॉर झारखंड” कार्यक्रम में उमड़ा जनसैलाब, हर कदम पर दिखा झारखंडी एकता और गर्व का जज़्बा।
- झारखंड राज्य स्थापना दिवस–2025 के तहत “रन फॉर झारखंड” कार्यक्रम का आयोजन गिरिडीह में हुआ।
- दौड़ की शुरुआत गिरिडीह स्टेडियम से होकर समाहरणालय रोड तक हुई और पुनः स्टेडियम पर समाप्त हुई।
- चार किलोमीटर लंबी दौड़ में स्कूली छात्र-छात्राएं, एनसीसी कैडेट्स, अधिकारी और आमजन हुए शामिल।
- उपायुक्त रामनिवास यादव और पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार ने भी दौड़ में भाग लेकर दिया प्रेरक संदेश।
- सभी प्रतिभागियों ने लिया संकल्प— “मजबूत, शांतिपूर्ण और समृद्ध झारखंड” के निर्माण का।
झारखंड राज्य स्थापना दिवस–2025 के अवसर पर आज गिरिडीह स्टेडियम परिसर में “रन फॉर झारखंड” कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ। इस आयोजन की जिम्मेदारी जिला प्रशासन गिरिडीह ने संभाली, जिसमें हजारों की संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं, एनसीसी कैडेट्स, विभागीय अधिकारी-कर्मचारी और आमजन शामिल हुए। स्टेडियम से समाहरणालय रोड तक की चार किलोमीटर लंबी इस दौड़ में लोगों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया।
एकता और प्रगति की दिशा में दौड़ा झारखंड
इस आयोजन का उद्देश्य राज्य स्थापना दिवस के 25वें वर्ष में झारखंड की एकता, प्रगति और गौरव को एक साथ जोड़ना था। सुबह जैसे ही दौड़ का शुभारंभ हुआ, “जय झारखंड”, “हमारा राज्य, हमारी शान” जैसे नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा।
दौड़ के दौरान गिरिडीह की गलियों में लोगों ने हाथ हिलाकर प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया और झारखंड की संस्कृति व जोश का प्रतीक दृश्य प्रस्तुत किया।
उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा: “झारखंड की 25वीं वर्षगांठ राज्य के गौरव, एकजुटता और विकास यात्रा का प्रतीक है। हम सबको मिलकर एक मजबूत, शांतिपूर्ण और समृद्ध झारखंड के निर्माण में भागीदारी निभानी होगी।”
पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी दौड़ में शामिल हुए और प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर प्रशासन ने व्यवस्था को सुव्यवस्थित रखते हुए पूरे कार्यक्रम को शांति और अनुशासन के साथ संपन्न कराया।
उमड़ा झारखंडी जोश और गर्व
“रन फॉर झारखंड” केवल एक खेल आयोजन नहीं था, बल्कि यह राज्य की सामूहिक चेतना और नई ऊर्जा का प्रतीक बना। स्कूली बच्चों की पंक्तियां, अधिकारियों का जोश और आम नागरिकों की भागीदारी ने यह साबित किया कि झारखंड की आत्मा अपने लोगों की एकजुटता में बसती है।
कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। नगरवासियों ने इस आयोजन को झारखंड की उपलब्धियों के जश्न के रूप में मनाया और भविष्य के प्रति आशा का संदेश दिया।



न्यूज़ देखो: झारखंड की ऊर्जा और एकता का उत्सव
गिरिडीह में आयोजित “रन फॉर झारखंड” ने राज्य स्थापना दिवस को केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन का स्वरूप दिया। यह कार्यक्रम इस बात का प्रतीक है कि जब जनता और प्रशासन साथ आते हैं, तो राज्य विकास की नई ऊँचाइयाँ छू सकता है।
गिरिडीह ने आज एक स्वर में यह संदेश दिया कि झारखंड न केवल संसाधनों में समृद्ध है, बल्कि अपने लोगों के जज़्बे में भी असीम ताकत रखता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
दौड़ता झारखंड, बढ़ता झारखंड
“रन फॉर झारखंड” ने यह साबित कर दिया कि एकता और भागीदारी से ही विकास की गति तेज होती है। अब समय है कि हम सभी अपने-अपने क्षेत्र में सकारात्मक योगदान दें ताकि आने वाला झारखंड और भी सशक्त, समृद्ध और शांतिपूर्ण बने।
आप भी इस खबर को साझा करें और झारखंड की इस गौरव यात्रा का हिस्सा बनें— क्योंकि यह दौड़ सिर्फ चार किलोमीटर की नहीं, बल्कि एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ते कदमों की है।




