
#गिरिडीह #संस्कृति : बगोदर में करम आखड़ा समिति के बैनर तले विराट करम महोत्सव 31 अगस्त को आयोजित होगा, गाँव-गाँव तक पहुँचेगा निमंत्रण
- 31 अगस्त को बगोदर बस स्टैंड में विराट करम महोत्सव का आयोजन।
- आयोजन की जिम्मेदारी करम आखड़ा समिति बगोदर ने संभाली।
- प्रवीण कुमार अध्यक्ष, लखन मेहता सचिव, डालेश्वर महतो कोषाध्यक्ष बने।
- तैयारी बैठक में गाँव-गाँव संपर्क अभियान चलाने का निर्णय।
- कर्मेती बहनों को शामिल करने के लिए विशेष पहल।
- बैठक में दर्जनों पदाधिकारी और ग्रामीणों ने भाग लिया।
गिरिडीह जिले के बगोदर में सांस्कृतिक उत्सव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। आगामी 31 अगस्त को बगोदर बस स्टैंड में विराट करम महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है, जिसकी कमान करम आखड़ा समिति बगोदर ने संभाली है। करम महोत्सव झारखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरा का अभिन्न हिस्सा है, ऐसे में इस बार आयोजन को विराट स्तर पर मनाने की तैयारी हो रही है।
समिति का गठन और जिम्मेदारियां
इस विराट आयोजन को सफल बनाने के लिए समिति का गठन किया गया है। समिति के अध्यक्ष प्रवीण कुमार, सचिव लखन मेहता, कोषाध्यक्ष डालेश्वर महतो, उपाध्यक्ष बालेश्वर महतो और संरक्षक छोटन प्रसाद छात्र बनाए गए हैं। वहीं, नारायण महतो, स्वतंत्र प्रभार त्रिभुवन महतो समेत अन्य पदाधिकारियों को भी जोन और पंचायत स्तर पर जिम्मेदारी दी गई है।
तैयारी बैठक का आयोजन
आज बगोदर बस पड़ाव में विराट करम महोत्सव की तैयारी बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता परमेश्वर महतो और संचालन छोटन प्रसाद छात्र ने किया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बगोदर विधानसभा क्षेत्र के सभी गाँवों में बैठक कर लोगों को जोड़ने का प्रयास होगा।
छोटन प्रसाद छात्र ने कहा: “कर्मेती बहनों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा और गाँव-गाँव जाकर संपर्क अभियान चलाया जाएगा। यह महोत्सव सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बनेगा।”
ग्रामीणों की भागीदारी और संकल्प
बैठक में यह तय किया गया कि कर्मेती बहनों से संपर्क साधते हुए उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया जाएगा। समिति का मानना है कि करम महोत्सव तभी सार्थक होगा जब हर गाँव की भागीदारी इसमें सुनिश्चित हो।
इस मौके पर प्रवीण कुमार, कुंजलाल महतो, तुलसी तलवार, संतोष महतो, नागेश्वर महतो, शंकर दयाल, देवनंदन महतो, गोविंद महतो, टहल महतो, प्रेमचंद प्रसाद, रूपेश महतो, किशोर महतो, गोवर्धन महतो, रेशो महतो, टोकन महतो समेत दर्जनों लोग मौजूद थे। सभी ने आयोजन को सफल बनाने का संकल्प लिया।
न्यूज़ देखो: संस्कृति और एकजुटता का प्रतीक
करम महोत्सव झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर है। बगोदर में इस तरह का विराट आयोजन न सिर्फ धार्मिक आस्था का परिचायक है, बल्कि यह सामाजिक एकता और भाईचारे का भी मजबूत संदेश देता है। प्रशासन और समाज दोनों को इस आयोजन को सहयोग देकर सफल बनाना चाहिए।
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आस्था और परंपरा का संगम
31 अगस्त को बगोदर बस स्टैंड पर होने वाला यह विराट करम महोत्सव समाज को जोड़ने और परंपरा को संजोने का बड़ा अवसर है। अब समय है कि हम सब मिलकर इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि करम महोत्सव की गरिमा और बढ़ सके।