#गिरिडीह #देहव्यापाररैकेट : मुफ्फसिल थाना पुलिस की बड़ी कार्रवाई — किराए के मकान में चला रही थी रैकेट, दो नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया गया
- देह व्यापार के आरोप में महिला पिंकी देवी उर्फ नीतू देवी गिरफ्तार
- किराए के मकान में चल रहा था अनैतिक धंधा, ग्राहक भी वहीं बुलाए जाते थे
- मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के 28 नंबर मोहल्ला में चल रहा था रैकेट
- दो नाबालिग लड़कियों को महिला के घर से रेस्क्यू किया गया
- गुप्त सूचना के आधार पर मुफ्फसिल थाना प्रभारी ने की छापेमारी
किराए के मकान को बना रखा था अनैतिक धंधे का अड्डा
गिरिडीह जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में अनैतिक कार्यों में संलिप्त एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। पिंकी देवी उर्फ नीतू देवी नामक महिला लंबे समय से अपने किराए के मकान से देह व्यापार का धंधा चला रही थी। बताया जाता है कि वह वहीं से ग्राहकों को बुलाती थी और दो नाबालिग लड़कियों को इस कार्य के लिए भेजती थी।
गुप्त सूचना पर पुलिस की कार्रवाई, महिला को मौके पर दबोचा
मामले की जानकारी गिरिडीह पुलिस को गुप्त सूत्रों से मिली, जिसके बाद मुफ्फसिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने महिला के ठिकाने पर छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मौके से पिंकी देवी उर्फ नीतू देवी को गिरफ्तार कर लिया, वहीं उसके कब्जे से दो नाबालिग लड़कियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
नाबालिगों को भेजती थी ग्राहकों के पास
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी महिला नाबालिगों को देह व्यापार में धकेलती थी और ग्राहकों के पास भेजती थी। यह पूरी गतिविधि उसके 28 नंबर मोहल्ला स्थित किराए के मकान से संचालित होती थी। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान और गिरफ्तारी की दिशा में कार्रवाई कर रही है।
रेस्क्यू की गई लड़कियों की काउंसलिंग शुरू, महिला पर केस दर्ज
रेस्क्यू की गई दोनों नाबालिग लड़कियों की काउंसलिंग और मेडिकल जांच कराई जा रही है। पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ पोस्को एक्ट, मानव तस्करी और अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम (ITPA) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। यह मामला गिरिडीह जिले में महिला और बाल सुरक्षा से जुड़े गंभीर मुद्दों को उजागर करता है।
न्यूज़ देखो: गिरिडीह में सक्रिय रैकेट पर करारा प्रहार
देह व्यापार और बाल तस्करी जैसे घिनौने अपराध किसी भी समाज की जड़ें कमजोर कर सकते हैं।
न्यूज़ देखो गिरिडीह पुलिस की तत्परता की सराहना करता है, जिसने दो मासूमों को इस दलदल से बाहर निकाला।
यह घटना यह भी संकेत देती है कि महिला सुरक्षा और बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए और भी सतर्कता और निगरानी की जरूरत है।
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आइए, ऐसे अपराधों के विरुद्ध आवाज़ उठाएं
हम सभी की जिम्मेदारी है कि ऐसे आपराधिक नेटवर्क की सूचना पुलिस को दें, पीड़ितों को न्याय दिलाएं और समाज को सुरक्षित बनाएं।
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