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गिरिडीह के शशि शेखर ने लद्दाख की 6,070 मीटर ऊंची चोटी पर लहराया झारखंड का परचम

#गिरिडीह #झारखंडयुवाशक्तिसफलता : लद्दाख की कठिनतम चढ़ाई को पार कर शशि शेखर ने तिरंगे के साथ झारखंड पर्यटन का झंडा भी फहराया — युवाओं के लिए बना प्रेरणा स्रोत

कठिन हालात में दिखाई झारखंडी हिम्मत

गिरिडीह जिले के पूर्व विधायक लंबोदर महतो के बेटे शशि शेखर ने झारखंड के लिए एक गौरवशाली उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने लद्दाख की 6,070 मीटर ऊंची बर्फीली चोटी पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के साथ-साथ झारखंड पर्यटन का झंडा भी फहराकर प्रदेश का नाम ऊंचा किया।

चढ़ाई बेहद कठिन और जोखिमभरी थी, लेकिन शशि ने हौसले, साहस और आत्मबल के बल पर यह मुकाम हासिल किया।

शशि शेखर ने कहा: “ये चढ़ाई बिल्कुल आसान नहीं थी, लेकिन मैंने हार मानना नहीं सीखा। यही झारखंड की असली पहचान है!”

झारखंडी युवाओं के लिए प्रेरणा

शशि की इस उपलब्धि को राज्य की युवा शक्ति की दृढ़ इच्छाशक्ति और साहसिक चरित्र का प्रतीक माना जा रहा है। वह खुद भी युवाओं से आग्रह करते हैं कि “अपने अंदर के डर को हराकर ही ऊंचाइयों को छू सकते हैं।”

उनकी चढ़ाई और झंडा फहराने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं, और उन्हें प्रदेशभर से बधाइयों का तांता लग गया है।

राज्य सरकार और पर्यटन विभाग की पहल का समर्थन

शशि द्वारा झारखंड पर्यटन का झंडा फहराना यह दर्शाता है कि राज्य की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को देश और दुनिया के सामने लाने की दिशा में वह व्यक्तिगत स्तर पर भी प्रयासरत हैं। यह पर्यटन विभाग के प्रमोशनल विजन से मेल खाता है।

न्यूज़ देखो: झारखंड के युवाओं की उड़ान बुलंदियों तक

झारखंड के युवाओं में जोश, जुनून और जज्बा की कमी नहीं है। गिरिडीह के शशि शेखर जैसे उदाहरण हमें बताते हैं कि संघर्ष और संकल्प से दुनिया की हर ऊंचाई को छुआ जा सकता है। न्यूज़ देखो ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं की कहानियों को सामने लाता रहेगा — क्योंकि यहीं से शुरू होता है असली झारखंड।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

युवाओं को चाहिए अपने भीतर के साहस को पहचानना

शशि शेखर की तरह हर युवा को चाहिए कि वो अपने सपनों की उड़ान भरने से पहले अपने डर को मात दे। ऐसी प्रेरणादायक उपलब्धियों को जितना साझा किया जाए, उतना ही समाज में बदलाव की लहर उठेगी। इस खबर को ज़रूर शेयर करें और अपनी राय कमेंट में बताएं।

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