- गणतंत्र दिवस 2025 में झारखंड की झांकी का चयन।
- झांकी में दिवंगत रतन टाटा को श्रद्धांजलि।
- धनी संस्कृति, पारंपरिक नृत्य, और नारी सशक्तिकरण की झलक।
- देशभर से केवल 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों का चयन।
- 19 जनवरी तक झांकी तैयार करने और 23 जनवरी को रिहर्सल का निर्देश।
झारखंड की झांकी: सांस्कृतिक धरोहर और विकास की झलक
गणतंत्र दिवस 2025 के राष्ट्रीय कार्यक्रम में झारखंड की झांकी शामिल होगी, जो राज्य की सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक नृत्य, और शिक्षा में नारी शक्ति के योगदान को प्रदर्शित करेगी। इस झांकी का मुख्य आकर्षण दिवंगत रतन टाटा को श्रद्धांजलि देना है, जिन्होंने झारखंड के विकास में अहम भूमिका निभाई।
चयन प्रक्रिया और तैयारी
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से झांकियों के प्रारूप मांगे थे। विभिन्न चरणों की चयन प्रक्रिया के बाद केवल 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों को चुना गया। झारखंड की झांकी को 19 जनवरी तक तैयार करने और 23 जनवरी को रिहर्सल के लिए प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
रतन टाटा को श्रद्धांजलि और झारखंड का गौरव
झांकी में दिवंगत रतन टाटा को सम्मानित करते हुए उनके झारखंड के प्रति योगदान को दिखाया जाएगा। साथ ही, राज्य की धनी सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक नृत्य, और शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी को प्रमुखता दी जाएगी।
“गणतंत्र दिवस पर झारखंड की झांकी न केवल राज्य की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करेगी, बल्कि झारखंड के विकास और संस्कृति का संदेश भी फैलाएगी।”
‘न्यूज़ देखो’ की अपील:
‘न्यूज़ देखो’ के साथ जुड़े रहें और झारखंड की संस्कृति और विकास से जुड़ी हर ताजा खबर सबसे पहले पाएं।