
#दुमका #सरकारी_योजना : जिला मत्स्य कार्यालय ने आदिवासी बहुल गांवों में आजीविका सुधार के उद्देश्य से 90% अनुदान वाली मत्स्य योजनाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की
- धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (DAJGUA) के लिए आवेदन आमंत्रित।
- 689 जनजातीय गांव इस योजना के दायरे में शामिल।
- प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत संचालित पहल।
- सरकार देगी 90% अनुदान, लाभुक को केवल 10% अंशदान देना होगा।
- अंतिम तिथि 13 दिसंबर 2025, आवेदन जिला मत्स्य कार्यालय, दुमका में जमा।
दुमका जिला मत्स्य कार्यालय ने आदिवासी बहुल गांवों में आजीविका सुधार और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (DAJGUA) के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह पहल प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत चलाई जा रही है, जिसमें मछुआरों और ग्रामीण परिवारों को मत्स्य आधारित आय बढ़ाने का अवसर मिलेगा। पूरे जिले के 689 जनजातीय गांवों को इस योजना में शामिल किया गया है, जिससे क्षेत्र के हजारों परिवारों को सीधा लाभ मिलने की संभावना है।
योजना की व्यापकता और उद्देश्य
दुमका में चलाया जा रहा यह अभियान जनजातीय समुदायों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने, जल संसाधनों का बेहतर उपयोग करने और आधुनिक मत्स्य पालन तकनीकों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। सरकार द्वारा कुल लागत का 90% अनुदान देने का प्रावधान इसे विशेष और बेहद लाभकारी बनाता है। ग्रामीण समुदायों के लिए यह एक बड़ा अवसर है कि वे कम लागत में संगठित और आधुनिक मत्स्य पालन की ओर बढ़ सकें।
योजनाओं में क्या मिलेगा लाभ
आवेदन करने वाले लाभुक निम्नलिखित योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं—
- बायोफ्लॉक तालाब निर्माण: आधुनिक और उच्च उत्पादन प्रणाली, कम जगह में ज्यादा मछली उत्पादन की सुविधा।
- जलाशयों में मछली बीज संचयन: प्राकृतिक जलस्रोतों में गुणवत्तापूर्ण बीज डालकर बेहतर उत्पादन सुनिश्चित करना।
- जाल क्रय: मछुआरों के लिए उन्नत जाल उपलब्ध कराना।
- तालाब निर्माण/मरम्मत: पुराने तालाबों को सुधारकर अधिक उपजाऊ बनाना।
आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज
इच्छुक लाभुकों को आवेदन जिला मत्स्य कार्यालय, दुमका में जमा करना होगा। आवेदन के साथ—
- जाति प्रमाणपत्र,
- आधार कार्ड की छायाप्रति,
- बैंक पासबुक की छायाप्रति
जमा करना अनिवार्य है। आवेदन की अंतिम तिथि 13 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है।
न्यूज़ देखो: मत्स्य योजनाएँ ग्रामीण अर्थव्यवस्था का बड़ा सहारा
दुमका में DAJGUA के तहत शुरू हुई यह पहल जनजातीय समुदायों की आर्थिक उन्नति के लिए महत्वपूर्ण कदम है। कम लागत में आधुनिक मत्स्य पालन को बढ़ावा देना न केवल आय के नए स्रोत पैदा करेगा बल्कि स्थानीय जल संसाधनों के संरक्षण और बेहतर उपयोग को भी गति देगा। सरकार की 90% अनुदान वाली यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभा सकती है।
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अब अवसर आपके हाथ—सशक्त बने, योजना का लाभ उठाएँ
समुदाय की प्रगति तभी संभव है जब लोग उपलब्ध अवसरों को पहचानें और उनका भरपूर लाभ उठाएँ। दुमका के मछुआरों और ग्रामीण परिवारों के लिए यह योजना आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में बड़ा कदम है। आप भी समय रहते आवेदन करें, दूसरों को जागरूक करें और अपने गांव की तरक्की में भागीदार बनें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस महत्वपूर्ण योजना से जुड़ सकें।





