गोठानी गांव में धूमधाम से मनाया गया प्राकृतिक पर्व सरहुल पूजा

#गढ़वा – जल, जंगल और जमीन से जुड़ा पर्व सरहुल की भव्य पूजा संपन्न:

गोठानी गांव में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया सरहुल पर्व

गढ़वा जिले के बड़गड़ प्रखंड के गोठानी गांव में प्राकृतिक पर्व सरहुल पूजा पूरे विधि-विधान और धूमधाम के साथ मनाया गया। अखिल भारतीय महासभा के प्रखंड स्तरीय आयोजन में महासभा के प्रखंड अध्यक्ष अर्जुन मिंज, केंद्रीय सदस्य सुनील मिंज, बुधलाल केरकेट्टा, संजय कुजूर और मिल्यानुस केरकेट्टा के नेतृत्व में सरना स्थल पर पूजा-अर्चना की गई

विभिन्न गांवों के ग्रामीणों ने लिया हिस्सा

सरहुल पूजा में प्रखंड के सालों, बढ़नी, टेंगरी, कोम्हीकोना, महुआटीकर, बिंजपुर, बाड़ीखजूरी, खजूरी सहित कई गांवों के ग्रामीणों ने भाग लिया। पूजा का शुभारंभ बैग पाहन और देवार द्वारा पारंपरिक रीति-रिवाज से किया गया

पर्यावरण संरक्षण का संदेश

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आदिवासी महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश मिंज ने कहा कि सरहुल पर्व जल, जंगल और जमीन से जुड़ा पर्व है। उन्होंने इस पर्व को पूर्वजों की परंपरा बताते हुए इसे संरक्षित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज प्रकृति से छेड़छाड़ के कारण जलवायु परिवर्तन हो रहा है, जिसे रोकने के लिए हमें पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करना होगा

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजी सरहुल पूजा

पूजा के बाद विभिन्न गांवों से आए ग्रामीणों ने आदिवासी परंपरा पर आधारित गीतों और नृत्य का प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाएं, युवक-युवतियां नगाड़ा और मांदर की थाप पर पारंपरिक नृत्य करते नजर आए

समारोह में गणमान्य लोग हुए शामिल

इस कार्यक्रम में बीस सूत्री अध्यक्ष विश्राम बाखला, महासभा के केंद्रीय सचिव फिलिप कुजूर, अगस्टिन कुजूर, अजय कुमार मिंज, प्रशांत कुजूर, बैग सरहुल सिंह, पाहन महावीर किंडो, देवार सुइयां मिंज, सुलेमान मिंज सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए

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