
#बानो #शिक्षा : बानो के राजकीयकृत मध्य विद्यालय में टी एन ए परीक्षा दो पाली में आयोजित की गई, जिसमें शिक्षकों ने ऑनलाइन माध्यम से भाग लेकर कौशल और दक्षता आकलित की
- बानो राजकीयकृत मध्य विद्यालय में मंगलवार को टी एन ए परीक्षा आयोजित की गई।
- परीक्षा दो पाली में संपन्न हुई, पहली पाली में 42 और दूसरी पाली में 54 शिक्षकों ने भाग लिया।
- परीक्षा सेंटा ऐप के माध्यम से ऑनलाइन ली गई।
- टी एन ए परीक्षा 18, 19 और 20 नवंबर तक चलेगी।
- परीक्षा के संचालन में बीपीएम विकास शरण, सीआरपी मनोज कुमार, घनश्याम साहू, वीरेश कुमार, बीआरपी लॉरेंस मिंस और शिक्षकों केदारनाथ सिंह, दिनेश बडाईक, स्मिथ कुमार सोनी, थीरजू साहु ने सहयोग किया।
बानो के राजकीयकृत मध्य विद्यालय में मंगलवार को टी एन ए (टीचर नीड एसेसमेंट) परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा का उद्देश्य शिक्षकों की विषय ज्ञान, पाठ योजना, मूल्यांकन प्रक्रिया और व्यक्तित्व दक्षताओं का आकलन करना है। पहली पाली प्रातः 10:00 बजे शुरू हुई, जिसमें 42 शिक्षकों ने भाग लिया। दूसरी पाली दोपहर 2:00 बजे आयोजित की गई, जिसमें कुल 54 शिक्षकों ने शामिल होकर परीक्षा दी। यह परीक्षा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म सेंटा ऐप के माध्यम से संपन्न की गई।
परीक्षा संचालन और सहयोग
परीक्षा के सफल संचालन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले अधिकारियों और शिक्षकों में बीपीएम विकास शरण, सीआरपी मनोज कुमार, घनश्याम साहू, वीरेश कुमार, बीआरपी लॉरेंस मिंस और शिक्षकों केदारनाथ सिंह, दिनेश बडाईक, स्मिथ कुमार सोनी, थीरजू साहु शामिल रहे। इन सभी ने परीक्षा के सुचारु और व्यवस्थित संचालन में अहम योगदान दिया।
बीपीएम विकास शरण ने कहा: “टी एन ए परीक्षा शिक्षकों की दक्षताओं और शिक्षण क्षमता को परखने का महत्वपूर्ण माध्यम है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और छात्रों के सीखने के अनुभव में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।”
परीक्षा तीन दिनों तक चलेगी और सभी शिक्षकों को समयबद्ध तरीके से ऑनलाइन परीक्षा में भाग लेने का अवसर मिलेगा। यह प्रयास शिक्षकों के पेशेवर कौशल को बढ़ाने और विद्यालय में शिक्षा के स्तर को ऊँचा करने के लिए किया जा रहा है।
ऑनलाइन परीक्षा के लाभ
ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा लेने से शिक्षकों की समय प्रबंधन क्षमता, डिजिटल दक्षता और मूल्यांकन प्रक्रिया में सुधार की उम्मीद है। इसके अलावा, टी एन ए परीक्षा से शिक्षकों को अपने विषय ज्ञान की स्थिति और शिक्षण तकनीकों में सुधार का स्पष्ट अनुभव मिलेगा।
सीआरपी मनोज कुमार ने कहा: “टी एन ए परीक्षा से न केवल शिक्षकों की क्षमता आंकी जाती है, बल्कि उन्हें नए शिक्षण दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरणा भी मिलती है।”
शिक्षक और प्रशासन की भूमिका
इस परीक्षा में सभी शिक्षक अपने अपने समय पर उपस्थित होकर परीक्षा में शामिल हुए और अपने ज्ञान का आकलन किया। प्रशासन और परीक्षा संचालन टीम ने सभी शिक्षकों की सुविधा, मार्गदर्शन और तकनीकी सहयोग सुनिश्चित किया।
बीआरपी लॉरेंस मिंस ने कहा: “शिक्षकों का सक्रिय सहयोग और तकनीकी सहायता से परीक्षा सुचारु रूप से संपन्न हुई। यह विद्यालय और शिक्षा विभाग के लिए गर्व का अवसर है।”

न्यूज़ देखो: शिक्षकों की गुणवत्ता बढ़ाने में टी एन ए परीक्षा का योगदान
टी एन ए परीक्षा से यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा विभाग शिक्षकों की क्षमता और गुणवत्ता पर लगातार ध्यान दे रहा है। ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा आयोजित करने से समय की बचत, पारदर्शिता और दक्षता में सुधार हुआ है। इससे शिक्षकों के पेशेवर विकास को बल मिलेगा और विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता में स्थायी सुधार आएगा।
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शिक्षक विकास और शिक्षा सुधार में सक्रिय भागीदारी
शिक्षकों और प्रशासन की सक्रिय भागीदारी से ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार संभव है। हम सभी को शिक्षक प्रशिक्षण, मूल्यांकन और डिजिटल शिक्षा के माध्यम से सुधार की दिशा में योगदान देना चाहिए। इस खबर को पढ़कर आप अपने विचार साझा करें, शिक्षक और शिक्षा सुधार के लिए सुझाव दें और इसे अपने समाज में फैलाएं। सजग रहें, सक्रिय बनें और शिक्षा की दिशा में योगदान करें।





