- किसान गरमा धान की खेती के लिए रोपनी की तैयारी में जुटे।
- मयुराक्षी बायांतट मुख्य नहर, कैराबनी, बड़ा नदी आदि नहर के सिंचित इलाकों में किसान सक्रिय।
- खरीफ धान की तुलना में गरमा धान का उत्पादन अधिक।
रानीश्वर प्रखंड क्षेत्र के सिंचित इलाकों में किसान गरमा धान की खेती की तैयारी में जुट गए हैं। मयुराक्षी बायांतट मुख्य नहर, कैराबनी, बड़ा नदी और अन्य नहरों के आसपास के किसानों ने खेतों की जुताई शुरू कर दी है।
बोराडंगाल के किसान अरुप साहा ने बताया,
“धान का पौधा तैयार हो चुका है। दो-चार दिनों के अंदर रोपनी शुरू करेंगे। मेहनत अधिक है, लेकिन उत्पादन बेहतर मिलता है।”
उन्होंने कहा कि खरीफ धान फसल की तुलना में गरमा धान फसल का उत्पादन अधिक होता है, जिससे किसानों को अधिक लाभ होता है।
प्रखंड क्षेत्र के सादीपुर, कुमिरदहा, रांगालिया, दक्षिणजोल, हरिपुर, धानभाषा और मोहुलबोना पंचायतों में बड़े पैमाने पर किसान गरमा धान की खेती कर रहे हैं। वहीं, सदर प्रखंड के दरबारपुर और रानीबहाल पंचायत के किसान भी गरमा धान की रोपनी में जुटे हुए हैं।
मयुराक्षी बायांतट मुख्य नहर और अन्य जल स्रोतों के सहारे किसान अपनी फसलों के लिए बेहतर तैयारी कर रहे हैं।
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