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पलामू के बोकेया में नाग पंचमी महोत्सव का भव्य आयोजन, विधायक आलोक चौरसिया बने मुख्य अतिथि

#Palamu #NagPanchami : श्रद्धा और संस्कृति का अद्भुत संगम

श्रद्धा और उमंग से सराबोर नाग पंचमी महोत्सव

पलामू जिले के चैनपुर प्रखंड के ग्राम बोकेया में नाग पंचमी के पावन अवसर पर विराट नाग पंचमी पूजा महोत्सव सह मेला का भव्य आयोजन किया गया।
सुबह से ही श्रद्धालुओं का जत्था आयोजन स्थल पर पहुंचता रहा। मंदिर प्रांगण और मेला क्षेत्र भक्ति और उल्लास से सराबोर रहा।
लोगों ने भगवान शिव और नाग देवता की पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-शांति और समृद्धि की प्रार्थना की।

विधायक आलोक चौरसिया ने की शुभकामनाएं

कार्यक्रम का शुभारंभ चैनपुर के लोकप्रिय विधायक आलोक कुमार चौरसिया ने फीता काटकर किया।
उन्होंने आयोजन समिति की सराहना करते हुए कहा:

विधायक आलोक कुमार चौरसिया ने कहा: “ऐसे धार्मिक आयोजन सामाजिक एकता को मजबूत करते हैं और हमारी संस्कृति की पहचान हैं। भगवान शिव और नाग देवता से सभी के सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करता हूं।”

मेला में आकर्षण का केंद्र बने झूले और दुकानें

इस बार के महोत्सव की खास बात थी रंग-बिरंगे झूले और मनोरंजन के साधन, जो बच्चों और युवाओं के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे।
प्रसाद, नाश्ता, खिलौनों और सजावटी सामानों की दुकानों ने पूरे मेले को रौनक से भर दिया।
लोगों ने चाट, समोसा, पकौड़ी और मिठाई का आनंद लिया, वहीं बच्चों ने गुब्बारे और खिलौने खरीदकर खुशी जताई।

महिलाओं और बच्चों की बड़ी भागीदारी

महिला श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन और पारंपरिक गीतों से पूरे वातावरण को और अधिक भक्तिमय बना दिया।
बच्चों में झूले झूलने और मेले में घूमने को लेकर उत्साह देखते ही बनता था।
ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह के आयोजन क्षेत्र की संस्कृति और भाईचारे को और मजबूत करते हैं।

सामाजिक एकता का संदेश

इस आयोजन में क्षेत्र के गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। मनोज सिंह, भीष्म चौरसिया, रामकरेस चौरसिया, संटू चौरसिया, प्रेमलाल चौधरी, ब्रह्मदेव चौधरी, लक्ष्मण चौधरी और अमलेश चौरसिया सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
स्थानीय लोगों ने कहा कि ऐसे पर्व न सिर्फ धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि लोगों को जोड़ने का काम भी करते हैं।

न्यूज़ देखो: संस्कृति और एकता का संदेश

यह आयोजन बताता है कि धार्मिक पर्व सिर्फ पूजा तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक सद्भाव और सांस्कृतिक जुड़ाव का भी माध्यम हैं।
ऐसे कार्यक्रम समाज को जोड़ते हैं, परंपरा को जीवित रखते हैं और पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

हमारी संस्कृति, हमारी ताकत

नाग पंचमी जैसे त्योहार हमें सामूहिकता, श्रद्धा और परंपरा की शक्ति का अहसास कराते हैं।
ऐसे आयोजनों को आगे बढ़ाने के लिए आप भी अपनी राय और सुझाव दें।
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