#डुमरी #शिक्षकदिवस : माल्यार्पण, रंगारंग कार्यक्रम और प्रेरक संबोधन के बीच विद्यालय परिवार ने मनाया अविस्मरणीय शिक्षक दिवस
- आर सी बालिका मध्य विद्यालय में शिक्षक दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया।
- सिस्टर वेरनासिया मुख्य अतिथि और प्रेम प्रकाश भगत विशिष्ट अतिथि रहे।
- छात्राओं ने नृत्य, गान और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर सभी को प्रभावित किया।
- अतिथियों ने कहा कि शिक्षक दीपक समान हैं और बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं।
- अभिभावक और शिक्षक बड़ी संख्या में मौजूद रहे और शिक्षा के महत्व पर जोर दिया गया।
डुमरी के आर सी बालिका मध्य विद्यालय में इस वर्ष शिक्षक दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। विद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल बच्चों की प्रतिभा को मंच दिया, बल्कि शिक्षा और शिक्षकों के महत्व को भी रेखांकित किया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई, जिसके बाद छात्राओं ने शानदार प्रस्तुतियाँ दीं।
छात्राओं की प्रस्तुतियों ने बांधा समा
कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं ने रंगारंग नृत्य-गान और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए। इन प्रस्तुतियों ने वातावरण को जीवंत और प्रेरणादायक बना दिया। बच्चों के उत्साह और मेहनत ने सभी का दिल जीत लिया।
अतिथियों ने शिक्षा के महत्व पर दिया संदेश
समारोह में विद्यालय की एचएम सिस्टर वेरनासिया मुख्य अतिथि रहीं। उन्होंने कहा:
सिस्टर वेरनासिया ने कहा: “शिक्षक वह दीपक है जो स्वयं जलकर दूसरों का जीवन आलोकित करता है। बच्चों की प्रस्तुतियाँ देखकर गर्व होता है कि भविष्य उज्ज्वल है।”
विशिष्ट अतिथि प्रेम प्रकाश भगत ने छात्राओं की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा:
प्रेम प्रकाश भगत ने कहा: “विद्यार्थियों का उत्साह और प्रतिभा यह दर्शाती है कि डुमरी की बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं।”
शिक्षकों और अभिभावकों की सहभागिता
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों के योगदान को याद किया गया और शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में डिकन समीर, सेराफिना, अल्पना, अर्चना, मधु सहित कई अभिभावक एवं बच्चे उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर इस दिन को यादगार बनाया।
न्यूज़ देखो: शिक्षा और सम्मान का संदेश
डुमरी के आर सी बालिका मध्य विद्यालय में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह ने यह साबित किया कि शिक्षा केवल ज्ञान नहीं, बल्कि प्रेरणा और संस्कार का भी माध्यम है। बच्चों की प्रतिभा और शिक्षकों का समर्पण समाज की मजबूत नींव है।
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शिक्षा से बनेगा सुनहरा कल
शिक्षक दिवस हमें यह याद दिलाता है कि गुरुजनों का सम्मान ही सबसे बड़ी शिक्षा है। आइए, हम सब अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन को जीवन में उतारें और ज्ञान की ज्योति को आगे बढ़ाएं।
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