
#Palamu #MelaMahotsav : मनोकामना बाबा धाम में भक्ति और उल्लास का संगम — रक्षाबंधन के दिन उमड़ेगी श्रद्धालुओं की भीड़
- सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन पर मुसीखाप में भव्य मेला का आयोजन होगा।
- बाबा वीरकुंवर देवस्थल प्रांगण में हुई समिति बैठक में तैयारियां तय।
- समिति प्रमुख नन्दू यादव ने शांतिपूर्ण और भव्य आयोजन का भरोसा दिया।
- शिवगुरु परिचर्चा मंडली, झांकियां और भक्ति जागरण ग्रुप रहेंगे आकर्षण का केंद्र।
- सुरक्षा, स्वास्थ्य शिविर और सफाई के विशेष इंतजाम प्रशासन की ओर से।
सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन के पावन अवसर पर पांडू प्रखंड के मुसीखाप स्थित धुरिया नदी तट के मनोकामना बाबा धाम में इस वर्ष भी भव्य मेला महोत्सव आयोजित होने जा रहा है। आयोजन को लेकर बाबा वीरकुंवर देवस्थल प्रांगण में समिति की अहम बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता समिति प्रमुख नन्दू यादव ने की और संचालन वार्ड सदस्य सह उद्घोषक राजू कुमार शर्मा ने किया।
बैठक में बनी विशेष योजना
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस वर्ष का मेला पहले से ज्यादा भव्य और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होगा। नन्दू यादव ने जानकारी दी कि सावन पूर्णिमा की सुबह से ही बाबा मनोकामना के दर्शन और पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगेगी। उन्होंने दूरदराज से आने वाले भक्तों को भी सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण वातावरण में स्वागत का भरोसा दिलाया।
समिति प्रमुख नन्दू यादव ने कहा: “हमारा उद्देश्य है कि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के बाबा के दर्शन करें और मेला एक यादगार अनुभव बने।”
धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक
महोत्सव की शुरुआत स्थानीय शिव गुरु परिचर्चा मंडली द्वारा शिवगुरु की परिचर्चा से होगी। इसके बाद देशभक्ति और भक्ति से सराबोर झांकियों की श्रृंखला निकाली जाएगी। भक्ति जागरण ग्रुप और स्थानीय कलाकार अपनी प्रस्तुति से माहौल को भक्तिमय बना देंगे।
गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी
इस बैठक में कई प्रमुख चेहरे शामिल हुए जिनमें पूर्व मुखिया अरविंद कुमार सिंह, समाजसेवी ललन शर्मा, अर्जुन शर्मा, प्रमोद विश्वकर्मा, विकास यादव, राजेश यादव, बुद्धदेव शर्मा, सुनेश्वर प्रजापति, बिक्की प्रजापति, प्रमोद शर्मा, कमलेश शर्मा समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे।
श्रद्धालुओं में गहरा उत्साह, प्रशासन की तैयारी
मेला को लेकर ग्रामीणों और श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। वहीं प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य शिविर और साफ-सफाई पर खास ध्यान दिया जा रहा है, ताकि आने वाले श्रद्धालु निर्विघ्न भाव से इस धार्मिक और सांस्कृतिक महोत्सव का आनंद उठा सकें।
न्यूज़ देखो: आस्था और परंपरा का जीवंत उत्सव
मुसीखाप का यह आयोजन सिर्फ धार्मिक महत्व ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक धरोहर की मिसाल है। ऐसे महोत्सव हमारी पहचान और लोक संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का काम करते हैं।
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अपनी आस्था से जुड़ें, सकारात्मक संदेश फैलाएं
सावन की इस शुभ बेला में आस्था और भाईचारे का संदेश पूरे समाज में फैलाएं। मेला महोत्सव में शामिल हों, अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और इसे अपने दोस्तों और परिवार तक पहुंचाएं।