
#दुमका #खेल_प्रतियोगिता : स्कूली बच्चों की खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए जिलास्तरीय खेलो झारखंड प्रतियोगिता का शानदार उद्घाटन
- दुमका के कमारदुधानी मसलिया रोड में खेलो झारखंड प्रतियोगिता 2025 का आयोजन।
- उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने बच्चों और प्रशिक्षकों को संबोधित किया।
- प्रतियोगिता का उद्देश्य स्कूली बच्चों में खेल के प्रति जागरूकता और प्रतिभा को प्रोत्साहित करना।
- उपायुक्त ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं, निरंतर अभ्यास और समर्पण ही विजयी बनाता है।
- जिला प्रशासन ने सभी खिलाड़ियों को सुरक्षा, सुविधा और उचित खेल सामग्री उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
दुमका जिले में मंगलवार को स्कूली बच्चों के लिए आयोजित जिलास्तरीय खेलो झारखंड प्रतियोगिता 2025 का भव्य उद्घाटन किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन कमारदुधानी मसलिया रोड में किया गया, जिसमें जिले भर के छात्र-छात्राएं भाग लेने आए। इस अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से बच्चों और उनके प्रशिक्षकों को पूरी सुविधा और सहयोग देने का भरोसा दिलाया गया।
उद्घाटन समारोह और मुख्य भाषण
उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने बच्चों और दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल केवल शारीरिक स्वास्थ्य का माध्यम नहीं बल्कि सकारात्मक मानसिकता, अनुशासन और टीम भावना को भी विकसित करता है। उन्होंने प्रतियोगियों को प्रेरित करते हुए कहा:
अभिजीत सिन्हा ने कहा: “खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह कृतसंकल्प है। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, निरंतर अभ्यास ही सफलता की कुंजी है।”
इस अवसर पर जिला खेल अधिकारी और स्कूलों के शिक्षक भी मौजूद थे, जिन्होंने छात्रों को सही दिशा में मार्गदर्शन देने के साथ प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उत्साहित किया।
प्रतियोगिता का महत्व और तैयारी
खेलो झारखंड प्रतियोगिता स्कूली बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां वे अपनी खेल प्रतिभा को निखार सकते हैं। जिला प्रशासन ने सभी खेल उपकरण, मैदान और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। प्रतियोगिता में अलग-अलग खेलों में भाग लेने वाले बच्चों के लिए पुरस्कार और प्रशंसा भी निर्धारित की गई है, ताकि उन्हें खेल के प्रति उत्साह बना रहे।
एक शिक्षक ने कहा: “यह प्रतियोगिता बच्चों में खेल के प्रति आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धात्मक भावना को विकसित करने का सुनहरा अवसर है।”
प्रतियोगिता का आयोजन जिले में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए किया गया है। बच्चों ने उत्साह और जोश के साथ अभ्यास और प्रदर्शन की तैयारी की है।
भागीदारी और सुरक्षा
प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। जिला प्रशासन ने सुनिश्चित किया कि प्रतियोगिता के दौरान सभी बच्चों की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। सहायक शिक्षक, प्रशिक्षक और स्वयंसेवक सभी समय पर उपस्थित रहे ताकि बच्चों को सुरक्षित और समर्पित माहौल मिल सके।



न्यूज़ देखो: बच्चों की प्रतिभा को मंच देने का प्रशासनिक संकल्प
यह प्रतियोगिता दिखाती है कि खेल केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि बच्चों के समग्र विकास और अनुशासन का आधार है। जिला प्रशासन की सक्रिय भूमिका और उपायुक्त के मार्गदर्शन ने बच्चों के उत्साह को बढ़ाया।
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खेलों में भागीदारी से बनता भविष्य
खेलों में हिस्सा लेना बच्चों के जीवन में अनुशासन, समर्पण और टीम भावना को विकसित करता है। आज का यह मंच उन्हें स्वस्थ, सक्रिय और आत्मविश्वासी बनने का अवसर देता है। अपने बच्चों को प्रोत्साहित करें, इस प्रतियोगिता की जानकारी साझा करें और उन्हें अपने भीतर छिपी प्रतिभा दिखाने का उत्साह दें।