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चियांकी पहाड़ी मंदिर में भव्य जन्माष्टमी पूजा का आयोजन: पुलिस अधीक्षक रिश्मा रमेशन ने किया दीप प्रज्वलन, रेखा सिंह भी रहीं मौजूद

#पलामू #धार्मिककार्यक्रम : श्रद्धा और भक्ति के बीच जन्माष्टमी पर्व पर उमड़ा जनसैलाब

जन्माष्टमी के पावन अवसर पर पलामू जिला मुख्यालय से सटे चियांकी स्थित पहाड़ी मंदिर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा विशेष सजावट की गई और भक्तों के लिए अलग-अलग धार्मिक अनुष्ठानों की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम की शुरुआत पलामू की पुलिस अधीक्षक श्रीमति रिश्मा रमेशन ने दीप प्रज्वलित कर की।

उन्होंने मंदिर प्रबंधन समिति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से यहां श्रद्धा और उत्साह के साथ जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है, आने वाले वर्षों में यह मंदिर रांची के प्रसिद्ध पहाड़ी बाबा मंदिर की तरह ही जाना जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह स्थल पलामू जिले के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो सकता है।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और भक्ति का माहौल

कार्यक्रम में महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति रेखा सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मिथलेश सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। सभी ने मिलकर भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया। मंदिर प्रांगण में भक्ति गीतों, आरती और झांकी की सुंदर प्रस्तुतियों ने वातावरण को और भी अधिक पावन बना दिया।

प्रमुख लोगों की मौजूदगी

मंदिर प्रबंधन समिति के साथ-साथ क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित लोग भी कार्यक्रम में शामिल हुए। पुजारी पंडित दीपक तिवारी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रशेखर शुक्ला, कृष्ण वल्लभ तिवारी, अवधेश विश्वकर्मा, संजय, नवीन दूबे और आशु सिंह जैसे प्रमुख लोग भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में भगवान श्रीकृष्ण की जयघोष की और भक्तिमय माहौल में डूबे रहे।

एसपी का संदेश और मंदिर का महत्व

पुलिस अधीक्षक रिश्मा रमेशन ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजन समाज को एकजुट करने का कार्य करते हैं। उन्होंने मंदिर समिति को भरोसा दिलाया कि प्रशासन भी इस क्षेत्र के विकास और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में सहयोग करेगा।

एसपी रिश्मा रमेशन: “आने वाले वर्षों में चियांकी का यह पहाड़ी मंदिर पलामू जिले का प्रमुख आकर्षण और धार्मिक पर्यटन स्थल बनेगा। यहां की भक्ति और आस्था इसकी पहचान होगी।”

न्यूज़ देखो: आस्था और पर्यटन का संगम

चियांकी पहाड़ी मंदिर में जन्माष्टमी का यह आयोजन न सिर्फ आस्था का केंद्र बना बल्कि भविष्य के पर्यटन की संभावनाओं को भी उजागर कर गया। जब प्रशासन, समाज और श्रद्धालु एक साथ मिलकर ऐसे आयोजन करते हैं, तो यह क्षेत्र की पहचान और गौरव को और मजबूत करता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अब वक्त है भक्ति और विकास को साथ लाने का

जन्माष्टमी के इस मौके पर हमें यह समझना होगा कि धार्मिक आयोजन सिर्फ आस्था तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे समाज को जोड़ने और क्षेत्र के विकास में भी अहम भूमिका निभाते हैं। अब समय है कि हम सब ऐसे आयोजनों में सक्रिय रूप से भाग लें, अपनी राय साझा करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि चियांकी पहाड़ी मंदिर की ख्याति और दूर-दूर तक फैले।

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