
#चंदवा #नवरात्र : चंदवा प्रखंड में अष्टमी तिथि को रोल महुआ मिलान स्टेशन पंडाल में मां महागौरी की पूजा-अर्चना हुई — विजयदशमी पर जतरा और सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारी।
- अष्टमी तिथि पर मां महागौरी की विधि-विधान से पूजा संपन्न।
- रोल महुआ मिलान स्टेशन पंडाल लाल किला थीम में सजाया गया, पूरे क्षेत्र के लिए आकर्षण का केंद्र।
- पूजा में पंडित श्याम नंदन मिश्र के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण।
- संधि बलि, दीपदान और महाआरती का आयोजन किया गया।
- विजयदशमी के दिन जतरा और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन तय, लोहरदगा की मंडली प्रस्तुति देंगी।
- पूजा समिति के प्रतुल शाहदेव, रमेश प्रसाद, आशीष सिंह समेत कई पदाधिकारी और सदस्य मौजूद।
चंदवा प्रखंड में शारदीय नवरात्र के अवसर पर भक्ति और श्रद्धा का माहौल पूरे क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। गुरुवार को अष्टमी तिथि पर श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के अष्टम स्वरूप मां महागौरी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की। जमीरा पंचायत अंतर्गत रोल महुआ मिलान स्टेशन स्थित पंडाल में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। पंडित श्याम नंदन मिश्र के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजन संपन्न हुआ।
अष्टमी पूजा और धार्मिक महत्व
धार्मिक मान्यता के अनुसार मां महागौरी सभी पाप कर्मों से मुक्ति दिलाती हैं और आत्मा को पवित्र बनाती हैं। विद्वानों के अनुसार अष्टमी पूजन के लिए गुरुवार की अहले सुबह विशेष शुभ मुहूर्त था। पूजन के उपरांत दोपहर 1:46 बजे संधि बलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद दीपदान और महाआरती का आयोजन किया जाएगा, जिससे भक्तों में भक्ति और उत्साह की भावना बढ़ी।
लाल किला थीम पंडाल का आकर्षण
दुर्गा मंडल रोल ने इस बार महुआ मिलान स्टेशन पर लाल किला थीम में भव्य पंडाल सजाया, जो पूरे क्षेत्र के लिए आकर्षण का विशेष केंद्र बन गया। यह सुदूर ग्रामीण इलाके में पहली बार ऐसा थीम पंडाल बनाया गया, जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं।
विजयदशमी की तैयारी
समिति के अध्यक्ष प्रतुल शाहदेव ने बताया कि विजयदशमी के दिन जतरा और सांस्कृतिक कार्यक्रम की विशेष तैयारी की गई है। लोहरदगा की सांस्कृतिक मंडली दिन 2:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक प्रस्तुति देंगी, जिससे क्षेत्रवासियों को उत्सव का आनंद मिलेगा।
पूजा समिति और उपस्थित सदस्य
कार्यक्रम में पूजा समिति के कई पदाधिकारी और सदस्य सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। इनमें प्रतुल शाहदेव, रमेश प्रसाद, आशीष सिंह, माल्हन मुखिया जतरू मुंडा, रमेश साव, मोहन लाला चावड़ा, आलोक कुमार, राहुल शाहदेव, प्रमोद दुबे, जय प्रकाश घटवार, रमेश गुप्ता, उदय शाहदेव, उदित शाहदेव, अजीत शाहदेव, आशीष कुमार सिंह, सूर्यनाथ सिंह, रोहित शाहदेव, शंकर मुंडा, बल्कू मुंडा, प्रशांत शाहदेव, सत्यपाल घटवार, कोलेसर यादव, दीपक शाहदेव, राजेश प्रजापति, सुबोध प्रजापति, किशुन उरांव, दिलीप साव, जयंत प्रसाद, सूरज प्रजापति, हेमंत चावड़ा, देव रतन गिरी, वीरेंद्र गिरी, लखन प्रजापति, शंभु घटवार, जगेसर भगत, रामदास प्रजापति, अजय घटवार आदि शामिल थे।
न्यूज़ देखो: नवरात्र में भक्ति और संस्कृति का संगम
रोल पंडाल में आयोजित अष्टमी पूजा और लाल किला थीम ने ग्रामीण क्षेत्र में धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक उत्सव को जोड़ने का बेहतरीन उदाहरण पेश किया। यह आयोजन श्रद्धालुओं और समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
भक्ति, उत्सव और सांस्कृतिक जागरूकता
अष्टमी और नवरात्र के अवसर पर यह आयोजन दर्शाता है कि भक्ति और संस्कृति को एक साथ मनाना संभव है। आइए, हम सब मिलकर इस महापर्व को श्रद्धा, अनुशासन और सामाजिक सौहार्द के साथ मनाएँ। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और ग्रामीण क्षेत्र में सांस्कृतिक जागरूकता फैलाएँ।