
- ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने गढ़वा जिले के 30 टीबी मरीजों को लिया गोद।
- प्रत्येक मरीज को प्रदान की गई पोषणयुक्त फूड बास्केट।
- कार्यक्रम में यक्ष्मा प्रभाग के अधिकारी और संवाद सहयोगी मौजूद।
- प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जारी है यह पहल।
- गढ़वा जिले को टीबी मुक्त बनाने में निभा रहे महत्वपूर्ण भूमिका।
30 टीबी मरीजों को मिली मदद
गढ़वा : पलामू जिले के रेहला स्थित ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपने सीएसआर विभाग के तहत गढ़वा जिले के 30 इलाजरत टीबी मरीजों को गोद लेकर उन्हें पोषणयुक्त फूड बास्केट प्रदान की। इन बास्केट में गुड़, चना, बादाम, दाल, तेल और सत्तू जैसे स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ शामिल थे। वितरण कार्यक्रम में जिला यक्ष्मा प्रभाग के डीपीसी डॉ. पुरुषेश्वर मिश्र, पीपीएम समन्वयक नुरूल्लाह अंसारी, एनडीपीएस जीतेंद्र कुमार, एलटी विश्वास कुमार शर्मा, और पीपीएसए के फिल्ड ऑफिसर संतोष कुमार एवं सतीश कुमार उपस्थित थे।
टीबी मरीजों के लिए चल रहा है अभियान
जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत वर्ष 2022 में की गई थी। इसके अंतर्गत कोई भी नागरिक, उद्योगपति, सरकारी कर्मी या संस्था निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को गोद ले सकते हैं और उनके लिए पोषण सामग्री की व्यवस्था कर सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों से मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और वे तेजी से स्वस्थ हो सकते हैं।
पहले भी निभा चुके हैं बड़ा योगदान
इससे पहले भी ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने गढ़वा जिले के 172 टीबी मरीजों को फूड बास्केट प्रदान किया था। उनके इस सराहनीय योगदान के लिए राज्य स्तर पर इन्हें शील्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया था। इन प्रयासों के चलते गढ़वा जिले के 26 पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया गया, जिसमें फूड बास्केट भी एक अहम इंडिकेटर था।
भविष्य में भी जारी रहेगा प्रयास
जिला यक्ष्मा प्रभाग के अनुसार, गढ़वा जिले को टीबी मुक्त बनाने में ग्रासिम इंडस्ट्रीज का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। संस्था ने यह संकल्प लिया है कि आगे भी टीबी मरीजों को गोद लेकर पोषण सामग्री प्रदान करती रहेगी।
“हमारा उद्देश्य सिर्फ मदद देना नहीं, बल्कि गढ़वा को पूरी तरह टीबी मुक्त बनाना है। इसके लिए हम निक्षय मित्र के रूप में हमेशा प्रयासरत रहेंगे।”
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क्या गढ़वा जिले का यह अभियान अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा बनेगा? क्या उद्योग जगत की ऐसी पहलें टीबी जैसी बीमारियों के खिलाफ सामूहिक लड़ाई का हिस्सा बनेंगी? जानने के लिए जुड़े रहिए — हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र — ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।