
हाइलाइट्स :
- गुमला के भरनो प्रखंड में तेज आंधी और ओलावृष्टि
- जुरा, डूडीया और परवल गांव में सबसे अधिक नुकसान
- कई घरों की छतें और एल्बेस्टस क्षतिग्रस्त
- किसानों की फसलें बर्बाद, पेड़ और बिजली पोल गिरे
- ग्रामीणों ने अंचल प्रशासन से मुआवजे की मांग की
भरनो प्रखंड में बदला मौसम का मिजाज
गुमला जिले के भरनो प्रखंड क्षेत्र में दोपहर करीब 5 बजे अचानक तेज आंधी और ओलावृष्टि शुरू हो गई। तेज बारिश और तूफान के चलते कई ग्रामीणों के घरों की छतें उड़ गईं और किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं।
सबसे ज्यादा प्रभावित गांव
जुरा, डूडीया और परवल गांव में स्थिति सबसे ज्यादा खराब रही। डूडीया में पंचायत भवन का चदरा और घरों के एस्बेस्टस उड़ गए। खेतों में लगी खरीफ फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं।
ग्रामीणों को हुई क्षति
परवल गांव के ग्रामीण दशरथ साहू का गाय शेड क्षतिग्रस्त हो गया। तीजन देवी और धांसू महतो के घरों की छत पर लगे एल्बेस्टस पूरी तरह टूट गए। किशोर साहू के घर के पास स्थित शिव मंदिर प्रांगण में आम का पेड़ उखड़कर गिर गया, जबकि पीपल के पेड़ की डाली भी टूटकर गिरी।
पेड़ गिरने से आवागमन बाधित
डूडीया पंचायत भवन के चारदीवारी पर आम का पेड़ गिरने से दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। कई बिजली के पोल उखड़कर गिर गए, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। डूडीया बाजार टांड़ के पास बीच सड़क पर पेड़ गिर जाने से यातायात कुछ समय के लिए रुका रहा।
मुआवजे की मांग
सभी प्रभावित ग्रामीणों ने अंचल प्रशासन से आपदा प्रबंधन मद से मुआवजे की मांग की है। उन्होंने शीघ्र सहायता पहुंचाने की अपील की है ताकि इस प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई की जा सके।
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प्रशासन इन आपदाओं से प्रभावित लोगों की कितनी मदद करेगा और कब तक राहत पहुंचाई जाएगी? क्या ग्रामीणों की आवाज़ अधिकारियों तक पहुंचेगी? ‘न्यूज़ देखो’ आपके हर मुद्दे को सामने लाने और प्रशासन से जवाब मांगने का काम करता रहेगा। जुड़े रहिए — “हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र”।