
#गुमला #शांतिसमितिबैठक : 6 जुलाई को होने वाले मुहर्रम और रथ यात्रा को लेकर गुमला जिला प्रशासन सतर्क — सभी पदाधिकारियों को ड्यूटी स्थल पर अनिवार्य रूप से रहने का निर्देश
- 6 जुलाई को मुहर्रम और रथ यात्रा के लिए जिला स्तर पर सख्त सुरक्षा तैयारी
- उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने सभी अधिकारियों को फील्ड में सक्रिय रहने का दिया निर्देश
- एसपी हरीश बिन ज़मां ने रूट तय कर जुलूस संचालन, CCTV और कंट्रोल रूम एक्टिवेशन पर दिया ज़ोर
- असंवेदनशील क्षेत्रों में संयुक्त पेट्रोलिंग और संवाद आधारित समाधान को प्राथमिकता
- विधि व्यवस्था को लेकर सभी SDO, BDO, CO और थाना प्रभारियों की हुई व्यापक समीक्षा
त्योहारों को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट
गुमला जिला प्रशासन ने आगामी 6 जुलाई को पड़ने वाले मुहर्रम और रथ यात्रा के मद्देनज़र नगर भवन गुमला में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की। इस बैठक के उपरांत उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित और पुलिस अधीक्षक हरीश बिन ज़मां ने जिले के सभी प्रमुख प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक की।
बैठक में विधि व्यवस्था बनाए रखने, जुलूस रूट की निगरानी, संदिग्ध गतिविधियों की पहचान, और संवाद के जरिए समस्या समाधान जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई।
उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कहा: “गुमला की पहचान एक शांतिप्रिय जिले के रूप में रही है। लेकिन सतर्कता में ही सुरक्षा है। अधिकारियों को 6 जुलाई को अपने-अपने ड्यूटी स्थलों पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहना होगा।”
एसपी ने दिए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश
पुलिस अधीक्षक हरीश बिन ज़मां ने कहा कि जुलूसों के लिए पहले से तय रूट का पालन किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को वैकल्पिक रूट प्लान भी तैयार रखने का सुझाव दिया ताकि दोनों जुलूसों के समय में टकराव की संभावना न रहे। उन्होंने इमामबाड़ा, कार्बला, मंदिर और मस्जिद की पूर्व सुरक्षा जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
एसपी हरीश बिन ज़मां ने कहा: “फील्ड ऑफिसर को फील्ड में सक्रिय रूप से देखा जाना चाहिए। जुआ, शराब व नशा से जुड़ी गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जाए।”
उन्होंने CCTV की स्थिति, कनेक्टिविटी और कंट्रोल रूम के फंक्शनिंग को दुरुस्त रखने का आदेश दिया। साथ ही फायर ब्रिगेड वाहनों की तैनाती और कंट्रोल रूम में सभी अधिकारियों की ब्रीफिंग भी सुनिश्चित करने की बात कही।
सभी प्रमुख अधिकारी रहे बैठक में मौजूद
इस बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, निदेशक DRDA, सभी SDO, SDPO, CO, BDO, थाना प्रभारी, जिला सामान्य शाखा पदाधिकारी समेत जिले के सभी प्रखंड और पुलिस स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में जन सहयोग, संवाद, पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ त्योहार को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण रूप से सम्पन्न कराने पर विशेष बल दिया गया।
उपायुक्त ने दोहराया: “त्योहारों को सफल और शांतिपूर्ण बनाना हम सबकी साझा ज़िम्मेदारी है। संवाद और सक्रियता से ही सौहार्द कायम रहेगा।”
न्यूज़ देखो: सामंजस्य की मिसाल गढ़ता गुमला प्रशासन
गुमला प्रशासन का यह रुख दर्शाता है कि सक्रिय निगरानी और जनसंवाद से बड़े त्योहार भी शांतिपूर्वक आयोजित किए जा सकते हैं। न्यूज़ देखो सदैव स्थानीय प्रशासन की ऐसी कोशिशों को उजागर करता रहेगा, जहां जिम्मेदारियों को साझा कर शांति और भाईचारे की मिसाल कायम की जाती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
हर त्योहार बने सौहार्द का प्रतीक
गुमला के लोग हमेशा से शांति और एकता की मिसाल पेश करते आए हैं। आइए इस परंपरा को और मजबूत करें। इस खबर पर अपनी राय जरूर साझा करें, इसे शेयर करें और प्रशासन की तैयारी के बारे में जानने वालों तक पहुंचाएं।