
#Gumla #Thunder_Death #Sisai #ठनका_Tragedy – मछली पकड़ने गए थे नदी किनारे, बारिश से बचने को चट्टान के नीचे छिपे, लेकिन कुदरत ने छीन ली जिंदगी
- गुमला जिले के सोंगरा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से दंपती की मौत
- हरखमईन झोरा और सुको देवी मछली पकड़ने गए थे कोईल नदी
- बचने के लिए चट्टान के नीचे छिपे थे, वहीं गिरा ठनका
- बंधन देवी, महावीर झोरा और 12 वर्षीय शिवम झोरा घायल
- मृतक दंपती के तीन बच्चे अब हो गए अनाथ
चट्टान के नीचे छिपे तो समझे थे बच गए, लेकिन बिजली बन गई काल
गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र अंतर्गत सोंगरा गांव में मंगलवार देर शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब आकाशीय बिजली गिरने से एक दंपती की मौके पर ही मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए। घटना तब घटी जब सभी नदी में मछली पकड़ने गए हुए थे और अचानक बारिश शुरू हो गई।
मछली पकड़ते वक्त आई आफत
32 वर्षीय हरखमईन झोरा अपनी पत्नी सुको देवी और अन्य तीन ग्रामीणों के साथ कोईल नदी के पास मछली पकड़ने गए थे। उनके साथ बंधन देवी, महावीर झोरा और 12 वर्षीय शिवम झोरा भी थे। शाम के समय मौसम ने करवट ली और तेज बारिश शुरू हो गई। बचने के लिए सभी एक बड़ी चट्टान के नीचे छिप गए, लेकिन इसी चट्टान पर आकाशीय बिजली गिर गई।
मौके पर ही मौत, बाकी गंभीर घायल
बिजली गिरते ही हरखमईन और उनकी पत्नी सुको देवी की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें सिसई रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दंपती को मृत घोषित कर दिया। घायलों का इलाज अब भी वहीं जारी है।
बच्चों पर टूटा दुखों का पहाड़
इस हृदयविदारक हादसे से दंपती के तीन छोटे बच्चे अनाथ हो गए हैं। परिवार की आजीविका का एकमात्र साधन मछली पकड़ना था। अब इन मासूम बच्चों के सामने जीवन यापन की गंभीर चुनौती खड़ी हो गई है। गांव में शोक की लहर है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
न्यूज़ देखो : कुदरती कहर से बचाव ज़रूरी
प्राकृतिक आपदाएं कभी भी, कहीं भी आ सकती हैं, लेकिन सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय है। ‘न्यूज़ देखो’ की अपील है कि बिजली गरजने या बारिश के दौरान खुले में न रहें, और चट्टान, पेड़ या जलस्रोतों के आसपास छिपने से बचें। हम सभी की छोटी सी सतर्कता किसी बड़े हादसे को टाल सकती है।