#गुमला #Crime : सुनसान जगह पर घात लगाए बैठे थे तीनों युवक — वारदात के बाद दी गई थी जान से मारने की धमकी
- गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म की वारदात सामने आई।
- अनूप उरांव, पंकज उरांव और बलराम महतो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
- सुनसान झाड़ी में जबरन ले जाकर बारी-बारी से किया गया दुष्कर्म।
- पीड़िता को धमकी देकर छोड़ा, परिजनों को बताकर दर्ज करवाया गया मामला।
- पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज, आरोपियों ने पूछताछ में अपराध स्वीकार किया।
झाड़ी में अकेली पाकर किया गया था हमला
गुमला सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग लड़की के साथ हुई इस हैरान करने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस के अनुसार, पीड़िता अपने घर लौट रही थी, उसी दौरान अनूप उरांव, पंकज उरांव और बलराम महतो ने उसके रास्ते में घात लगाई हुई थी। मौका मिलते ही तीनों युवकों ने लड़की को जबरन पास की झाड़ी में घसीट लिया।
बारी-बारी से किया गया दुष्कर्म, दी गई धमकी
गुमला एसडीपीओ ने जानकारी दी कि तीनों आरोपियों ने बारी-बारी से पीड़िता के साथ बलात्कार किया और फिर उसे धमकी दी कि यदि किसी को बताया तो जान से मार देंगे। डर के बावजूद पीड़िता ने साहस दिखाते हुए घर जाकर परिजनों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
गुमला एसडीपीओ ने बताया: “तीनों आरोपियों ने सुनसान जगह पर मिलकर नाबालिग के साथ बर्बरता की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।”
तुरंत दर्ज हुआ मामला, अपराध कबूलने के बाद भेजे गए जेल
परिजनों के साथ पीड़िता ने गुमला थाना में मामला दर्ज करवाया। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पॉक्सो एक्ट और गैंगरेप की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ में तीनों ने अपराध स्वीकार किया, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई बनी राहत की वजह
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बिना देरी के छापेमारी कर आरोपियों को धर दबोचा। घटना के बाद गांव में आक्रोश है, लेकिन पुलिस की सख्ती से लोग संतोष भी जता रहे हैं। प्रशासन द्वारा पीड़िता की काउंसलिंग की व्यवस्था की जा रही है और उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया है।
न्यूज़ देखो: दरिंदगी पर कानून का त्वरित प्रहार
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि झारखंड के ग्रामीण इलाकों में बेटियां आज भी असुरक्षित हैं, लेकिन प्रशासन की सजगता और पुलिस की तत्परता ने इस बार दुष्कर्म के आरोपियों को तुरंत सलाखों के पीछे पहुंचाया। ऐसे मामलों में तेज न्यायिक प्रक्रिया और सशक्त कानून व्यवस्था ही समाज को सुरक्षित बना सकती है।
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सजग समाज के लिए सजग नागरिक बनें
हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि सिर्फ कानून नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी है कि वह बेटियों को सुरक्षा दे। अगर आपके आसपास कोई संदिग्ध गतिविधि हो रही है, तो चुप न रहें, तुरंत पुलिस को सूचना दें।
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