#रायडीह #लूटकांड — साप्ताहिक बाजार में अपराधियों का तांडव, व्यापारी की हालत गंभीर
- रायडीह साप्ताहिक बाजार में अपराधियों ने धान व्यापारी को मारी गोली
- लाखों रुपये से भरा बैग लूटकर बाइक से हुए फरार
- घायल व्यापारी को गुमला से रांची रेफर किया गया, खतरे से बाहर
- गोली की आवाज से बाजार में अफरा-तफरी का माहौल
- पुलिस जांच में जुटी, व्यापारियों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की
वारदात: खुले बाजार में लूट और फायरिंग
गुमला, रायडीह: शुक्रवार दोपहर, रायडीह थाना क्षेत्र के क़ासिर साप्ताहिक बाजार में बेखौफ अपराधियों ने धान व्यापारी राजकुमार गुप्ता को गोली मार दी और लाखों रुपये लूट लिए।
घायल व्यापारी गुमला जिले के करौंदी निवासी हैं, जिन्हें पहले गुमला सदर अस्पताल ले जाया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, अब वे खतरे से बाहर हैं।
लूटपाट का विरोध करने पर गोली
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राजकुमार गुप्ता अपनी धान की दुकान पर बैठे थे, तभी अपराधी रुपयों से भरा थैला छीनने की कोशिश करने लगे।
जब उन्होंने विरोध किया, तो अपराधियों ने फायरिंग कर दी और पैसों का थैला लेकर मौके से फरार हो गए।
गोली लगते ही बाजार में अफरा-तफरी मच गई और लोगों ने घायल को तत्काल अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस जांच में जुटी, क्षेत्र में दहशत
घटना की सूचना मिलते ही रायडीह थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
पुलिस आसपास के दुकानदारों और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
हालांकि, अब तक अपराधियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
व्यापारियों में आक्रोश, सुरक्षा की मांग
इस दिनदहाड़े लूट और गोलीकांड से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाते हुए सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने की मांग की है।
लोगों का कहना है कि बाजारों में सुरक्षा बल की तैनाती और पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए, ताकि व्यापारी सुरक्षित महसूस कर सकें।
न्यूज़ देखो: सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल
न्यूज़ देखो सवाल उठाता है — जब बाजार में आम लोग और व्यापारी सुरक्षित नहीं, तो ग्रामीण इलाकों की सुरक्षा कैसी होगी?
दिन के उजाले में खुलेआम गोली चलाकर लूट होना न केवल अपराधियों के हौसले, बल्कि पुलिस की लापरवाही भी दर्शाता है।
अब जरूरी है कि पुलिस त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को गिरफ्तार करे और लोगों के बीच विश्वास बहाल करे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
भयमुक्त बाजार, सुरक्षित व्यापार
घटना ने फिर यह सोचने पर मजबूर किया है कि ग्रामीण हाट-बाजारों में व्यापारी कितने असुरक्षित हैं।
समय आ गया है कि प्रशासन स्थायी सुरक्षा उपायों, सीसीटीवी, गश्ती और पुलिस चौकियों की संख्या बढ़ाने पर काम करे, ताकि लोगों का भय दूर हो सके और व्यापारी निश्चिंत होकर काम कर सकें।