
#गुमला #दिव्यांग_सशक्तिकरण : जिला प्रशासन ने दिव्यांगजनों को योजनाओं, अधिकारों और सुविधाओं की प्रभावी उपलब्धता का भरोसा दिलाया
- कार्यक्रम का आयोजन नगर भवन गुमला में हुआ।
- मुख्य अतिथि उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने दिव्यांगजनों को प्रेरित किया।
- 14 लाभुकों को सहायक उपकरण, 4 को प्रमाण पत्र, 4 को पेंशन प्रदान की गई।
- दिव्यांग विद्यालयों के 28 बच्चों को प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सम्मानित किया गया।
- प्रशासन ने सभी दिव्यांगों को योजनाओं का लाभ सुगमता से दिलाने का आश्वासन दिया।
गुमला में अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम जिले के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया, जहाँ प्रशासन ने दिव्यांगजनों के सम्मान, अधिकारों और सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुनः स्पष्ट किया। उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा नगर भवन में हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दिव्यांगजन, अधिकारी और स्थानीय लोग शामिल हुए। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई और पूरे आयोजन में गरिमामय माहौल नजर आया।
प्रेरणा दीक्षित ने कहा – दिव्यांग शब्द क्षमता का प्रतीक, न कि कमी का
मुख्य अतिथि उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि यह दिवस समाज को याद दिलाता है कि हर व्यक्ति समान सम्मान और अधिकार का हकदार है। उन्होंने कहा कि सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाएँ दिव्यांगजनों के लिए चलाई जा रही हैं और इनका लाभ सभी पात्र व्यक्तियों तक समय पर पहुँचना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने बताया कि—
- विभिन्न कैंपों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण कर दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं।
- अब कई योजनाओं में प्रक्रियाओं को सरल किया गया है, ताकि लाभ सीधे और त्वरित रूप से जरूरतमंद तक पहुँच सके।
उपायुक्त ने कहा कि “दिव्यांग” शब्द इसलिए प्रचलित हुआ ताकि समाज समझ सके कि शारीरिक अक्षमता व्यक्ति की क्षमता को कम नहीं करती, बल्कि उसमें एक विशेष दिव्य शक्ति निहित रहती है। उन्होंने दिव्यांगजनों से आग्रह किया कि वे आत्मगौरव और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें, क्योंकि समाज उसी का सम्मान करता है जो स्वयं को सम्मान देता है।
उन्हाेंने यह भी घोषणा की कि—
- सेरेब्रल पाल्सी से प्रभावित बच्चों के लिए विशेष चेयर शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी।
- दिव्यांगजन यदि किसी समस्या से जूझ रहे हों तो वे सीधे डीसी कार्यालय नंबर पर व्हाट्सएप या वॉयस मैसेज भेज सकते हैं।
- समाहरणालय आए बिना ही उनकी समस्या का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा।
आरती कुमारी ने कहा – कोई भी दिव्यांगजन पीछे न छूटे, यही हमारा संकल्प
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आरती कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि जिले में पेंशन, प्रमाण पत्र, उपकरण वितरण और अन्य कल्याणकारी सेवाओं को सुगम बनाने के लिए एक समन्वित व्यवस्था बनाई गई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि कोई भी दिव्यांगजन किसी भी कारण से वंचित न रह जाए।
उन्होंने विश्वास जताया कि गुमला के दिव्यांगजन अपनी प्रतिभा, मेहनत और सकारात्मक सोच के दम पर जिले और राज्य का नाम रोशन करेंगे।
सहायक उपकरण एवं प्रमाण पत्र वितरण
कार्यक्रम के दौरान मंच से विभिन्न लाभुकों को उपकरण और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए—
- 14 दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण (व्हीलचेयर, ब्रेल सामग्री, हियरिंग किट आदि)
- 4 लाभुकों को दिव्यांग प्रमाण पत्र
- 4 दिव्यांगजनों को पेंशन प्रमाण पत्र
यह सुनिश्चित किया गया कि भविष्य में ऐसे वितरण और भी अधिक व्यवस्थित और समयबद्ध तरीके से किए जाएँगे।
प्रतियोगिताओं में चमके 28 दिव्यांग बच्चे
दिव्यांग विद्यालयों में आयोजित प्रतियोगिताओं—रस्साकस्सी, चम्मच दौड़, जलेबी रेस, चित्रकला और म्यूजिकल चेयर—में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 28 बच्चों को मंच से सम्मानित किया गया। बच्चों का उत्साह, ऊर्जा और प्रदर्शन इस बात का प्रमाण था कि प्रतिभा किसी सीमा की मोहताज नहीं होती।
विशेष कला ने जीता दिल
तिर्री स्थित मूक-बधिर एवं स्पास्टिक आवासीय विद्यालय के बच्चों ने नृत्य, संगीत और अपनी अनूठी कलाओं का प्रदर्शन किया। उनकी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भावुक कर दिया और यह संदेश दिया कि दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति किसी भी चुनौती को छोटा कर देते हैं।



न्यूज़ देखो: दिव्यांग सशक्तिकरण तभी पूर्ण जब बदलाव दिल और व्यवस्था दोनों में आए
गुमला का यह आयोजन सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह संदेश है कि प्रशासन और समाज मिलकर दिव्यांगजनों की ताकत को पहचानें और उन्हें एक ऐसे वातावरण की ओर ले जाएँ जहाँ वे सम्मान और आत्मविश्वास के साथ अपने सपनों को पूरा कर सकें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
प्रेरक संदेश – हर चुनौती के पीछे छिपी है आपकी नई ताकत
दिव्यांगजन हो या सामान्य नागरिक—आत्मविश्वास आपकी सबसे बड़ी पूंजी है।
किसी भी कमी को अपनी पहचान न बनने दें, बल्कि उसे अपनी शक्ति बनाएं।
समाज में जागरूकता फैलाएं और अधिकारों के लिए सजग रहें।
अगर आप भी सशक्तिकरण का समर्थन करते हैं, तो इस खबर को साझा करें और नीचे अपना संदेश लिखें।





