
#मझिगवां #प्राणप्रतिष्ठा #हनुमानमंदिर | ढोल-नगाड़े, कलश यात्रा और भक्ति रस में डूबे श्रद्धालु
- शानदार कलश यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं ने लिया भाग
- महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर दिखाई आस्था की मिसाल
- सोन नदी से शुरू होकर मंदिर परिसर तक निकली यात्रा
- फूलों से सजा मार्ग, भजन-कीर्तन से गूंजा वातावरण
- प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत होंगे कई धार्मिक आयोजन
भक्ति में डूबी मझिगवां, कलश यात्रा से हुई प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरुआत
मझिगवां: हनुमान मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरुआत शनिवार को भव्य कलश यात्रा के साथ हुई। यह यात्रा सोन नदी के तट से आरंभ होकर कवाड़ी मझिगवां मंदिर परिसर तक पहुंची। यात्रा में सैकड़ों महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर भाग लिया, जिनके साथ ढोल-नगाड़ों की गूंज और भजन-कीर्तन की मधुर ध्वनि वातावरण को भक्तिमय बना रही थी।
सजावट से खिला रास्ता, श्रद्धा का उमड़ा सैलाब
पूरे मार्ग को फूलों और तोरण द्वारों से सजाया गया था। स्थानीय ग्रामीणों ने जगह-जगह श्रद्धालुओं का स्वागत किया। आस्था, उमंग और उत्साह के संग संग यह यात्रा पूरे क्षेत्र में एक भव्य धार्मिक उत्सव के रूप में नजर आई।
“यह कलश यात्रा सिर्फ परंपरा नहीं, यह हमारी श्रद्धा और समाज की एकजुटता का प्रतीक है।”
– सीताराम यादव, आयोजक सदस्य
मंदिर निर्माण में अहम योगदान, समिति ने जताया आभार
हनुमान मंदिर के निर्माण में सीताराम यादव, राजेंद्र यादव, महेंद्र यादव, विनय यादव, राकेश यादव, आयुष यादव सहित कई श्रद्धालुओं का विशेष योगदान रहा है। इन सभी ने मिलकर न सिर्फ मंदिर का निर्माण कराया, बल्कि प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को भी भव्य रूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था, संत-महात्माओं की मौजूदगी
स्थानीय प्रशासन ने यात्रा के दौरान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर पूरी सतर्कता बरती। संत-महात्मा, धर्मगुरु व स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी ने कार्यक्रम को और भी पावन बना दिया।
मंदिर समिति ने किया आमंत्रण
मंदिर समिति ने सभी श्रद्धालुओं का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आगामी दिनों में भजन-कीर्तन, प्रवचन व भंडारा जैसे धार्मिक आयोजन भी किए जाएंगे। समिति ने श्रद्धालुओं से इन सभी कार्यक्रमों में संपूर्ण भागीदारी का आग्रह किया है।



न्यूज़ देखो: धर्म और संस्कृति की संगम यात्रा
आस्था जब जनसैलाब बन जाए, तो उसका रूप अविस्मरणीय बन जाता है। मझिगवां में हनुमान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का यह आयोजन भक्ति, संस्कृति और जनजुड़ाव का अद्भुत उदाहरण है। ‘न्यूज़ देखो’ आपसे आग्रह करता है – धर्म के साथ समाज की एकता बनाए रखें, और ऐसे आयोजनों से जुड़ते रहें।