
#रामगढ़ #सड़क_हादसा : अनियंत्रित टेलर ने बाइक समेत पांच कारों को कुचला, घाटी में मची चीख-पुकार
- चुट्टूपालू घाटी में एक बार फिर भीषण सड़क हादसा।
- अनियंत्रित टेलर ने पहले बाइक को मारी टक्कर।
- बाइक के बाद पांच चार पहिया वाहन आए चपेट में।
- हादसे में 12 से अधिक लोग घायल।
- चार घायलों की हालत गंभीर, रांची रेफर।
रामगढ़ जिले की चुट्टूपालू घाटी एक बार फिर दर्दनाक सड़क हादसे की गवाह बनी है। घाटी क्षेत्र में हुए इस भीषण दुर्घटना ने एक बार फिर यातायात सुरक्षा और भारी वाहनों की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक तेज रफ्तार और अनियंत्रित टेलर ने पहले एक बाइक को टक्कर मारी और इसके बाद सड़क पर चल रहे पांच चार पहिया वाहनों को एक-एक कर अपनी चपेट में ले लिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कई वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और सड़क पर अफरा-तफरी मच गई।
कैसे हुआ हादसा
स्थानीय लोगों के मुताबिक, टेलर घाटी के ढलान पर तेज गति से नीचे की ओर आ रहा था। इसी दौरान चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। सबसे पहले सामने से आ रही एक बाइक टेलर की चपेट में आई, जिसके बाद पीछे-पीछे चल रही कारें और अन्य चार पहिया वाहन भी हादसे का शिकार हो गए। कुछ ही पलों में सड़क पर चीख-पुकार मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे।
हादसे के बाद सड़क पर कई सौ मीटर तक जाम की स्थिति बन गई। क्षतिग्रस्त वाहनों के परखच्चे उड़ गए और कुछ लोग वाहन के अंदर ही फंसे रह गए।
घायलों की स्थिति
इस दर्दनाक हादसे में 12 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल बताए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों और राहगीरों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया। गंभीर रूप से घायल चार लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया गया है।
अन्य घायलों का इलाज नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों और रामगढ़ सदर अस्पताल में किया जा रहा है। चिकित्सकों के अनुसार कुछ घायलों को सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटें आई हैं।
स्थानीय लोगों ने निभाई अहम भूमिका
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीण और राहगीर मदद के लिए आगे आए। लोगों ने बिना देर किए घायलों को वाहनों से बाहर निकाला और एंबुलेंस बुलाने में पुलिस की मदद की। कई घायलों को निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय पर मदद नहीं मिलती, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती थी।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से हटाने का काम किया गया ताकि यातायात बहाल हो सके। काफी मशक्कत के बाद घाटी मार्ग पर आवागमन आंशिक रूप से सामान्य किया गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और ब्रेक फेल होने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि तकनीकी जांच के बाद ही वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा। टेलर चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
चुट्टूपालू घाटी में बार-बार हादसे क्यों
चुट्टूपालू घाटी पहले भी कई बड़े सड़क हादसों का गवाह रह चुकी है। यह घाटी क्षेत्र तीखे मोड़ों, भारी ढलान और लगातार गुजरने वाले भारी वाहनों के कारण हमेशा जोखिम भरा बना रहता है। इसके बावजूद ओवरस्पीडिंग और नियमों की अनदेखी लगातार जारी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा बार-बार चेतावनी और कुछ उपाय किए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर सख्ती की कमी के कारण हादसे थम नहीं रहे।
लोगों में आक्रोश और चिंता
इस हादसे के बाद क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि घाटी में भारी वाहनों की गति पर सख्त नियंत्रण, नियमित वाहन जांच और पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए। कई लोगों ने मांग की है कि घाटी मार्ग पर स्थायी ट्रैफिक पुलिस की तैनाती और तकनीकी निगरानी बढ़ाई जाए।



न्यूज़ देखो: चेतावनी बनती चुट्टूपालू घाटी
चुट्टूपालू घाटी में हुआ यह हादसा एक बार फिर प्रशासन और परिवहन व्यवस्था के लिए चेतावनी है। जब तक भारी वाहनों की गति और तकनीकी स्थिति पर सख्ती नहीं होगी, ऐसे हादसे दोहराते रहेंगे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सड़क सुरक्षा अब भी इंतजार में
हर हादसा हमें नियमों की अहमियत याद दिलाता है।
तेज रफ्तार और लापरवाही किसी की भी जान ले सकती है।
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