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हजारीबाग पुलिस ने 80 लाख की डकैती का किया पर्दाफाश: 9 अपराधी गिरफ्तार, 1100 ग्राम सोना बरामद

#हजारीबाग #अपराध_उद्भेदन : मुफस्सिल थाना क्षेत्र की 80 लाख की डकैती का पुलिस ने किया बड़ा खुलासा—लूटे गए गहनों और हथियारों समेत 9 अपराधी दबोचे गए

13 सितम्बर की रात हजारीबाग जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बभनी गांव में हुई 80 लाख रुपए की आभूषण डकैती का पुलिस ने सफलतापूर्वक उद्भेदन कर लिया है। घटना के महज 12 दिनों बाद पुलिस ने 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया और लूटे गए 1100 ग्राम सोने के गहनों समेत हथियार और अन्य सामान बरामद किए। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक के निर्देशन और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम ने की, जिसने गुप्त सूचना पर हत्यारी जंगल में छापामारी कर अपराधियों को दबोचा।

डकैती की घटना और प्राथमिकी

13 सितम्बर की रात अन्निदता मल्लिक, पत्नी सुमन कुमार मल्लिक, निवासी बभनी (थाना मुफस्सिल, हजारीबाग) के घर पर करीब आठ की संख्या में डकैत घुस आए। अपराधियों ने जान से मारने की नीयत से हमला किया और करीब 80 लाख रुपए मूल्य के आभूषण लूट लिए। इस घटना के बाद मुफस्सिल थाना कांड संख्या 155/25, दिनांक 15.09.2025, धारा 310 (2) बीएनएस दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया।

एसआईटी की जांच और छापामारी

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर अमित आनंद के नेतृत्व में गठित टीम ने लगातार आसूचना संकलन, तकनीकी शाखा की मदद और छापामारी के जरिए जांच को आगे बढ़ाया। 25 सितम्बर की रात करीब 2 बजे पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली कि हत्यारी जंगल में संदिग्ध अपराधी मौजूद हैं। इस सूचना के सत्यापन के लिए तत्काल छापामारी की गई और मुख्य आरोपी रणवीर कुमार सिंह उर्फ छोटु उर्फ जोकर समेत तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। उनकी निशानदेही पर अन्य पांच अपराधियों को भी पकड़ा गया।

गिरफ्तार अपराधी

इस कांड में गिरफ्तार अपराधियों की सूची इस प्रकार है:

  1. रणवीर कुमार सिंह उर्फ छोटु उर्फ जोकर, पिता स्व. पंतु सिंह, सा. बभनवै, थाना मुफस्सिल, जिला हजारीबाग।
  2. राजेश कुमार यादव, उम्र 19 वर्ष, पिता हरि यादव, सा. नावाखाप, थाना कटकमसांडी, जिला हजारीबाग।
  3. सुरेन्द्र उराँव, उम्र 24 वर्ष, पिता स्व. शोभन उराँव, सा. बारीगोला, झुंझी, थाना कटकमसांडी, जिला हजारीबाग।
  4. विपिन कुमार सिंह, उम्र 23 वर्ष, पिता स्व. संजन सिंह, सा. बसिया कुम्हारी पोख्ता, थाना गुमला, जिला गुमला, वर्तमान पता हटिया नीचे, थाना जगर्नाथपुर, जिला रांची।
  5. रवि राय, उम्र 23 वर्ष, पिता दशरथ राय, स्थायी पता ग्राम चौतनावा, थाना शाहपुर, जिला पटना (बिहार), वर्तमान पता जे.पी. मार्केट, धुर्वा, थाना विधानसभा, जिला रांची।
  6. दिनेश कुमार यादव उर्फ सन्नी, उम्र 23 वर्ष, पिता भीमलाल यादव, सा. नावाखाप, थाना कटकमसांडी, जिला हजारीबाग।
  7. विपुल कुमार सिंह उर्फ सुशील कुमार सिंह, पिता सुधीर सिंह, सा. बभनवे, थाना मुफस्सिल, जिला हजारीबाग।
  8. सन्नी कुमार गुप्ता, उम्र 23 वर्ष, पिता महेन्द्र साव, सा. रामनगर, थाना कटकमदाग, जिला हजारीबाग।
  9. राहुल कुमार यादव, उम्र 25 वर्ष, पिता उमेश गोप, सा. रामनगर, थाना कटकमदाग, जिला हजारीबाग।

बरामद सामान

पुलिस ने अपराधियों के पास से भारी मात्रा में सामान बरामद किया।

छापामारी दल

इस कार्रवाई में शामिल अधिकारियों और बल की भूमिका अहम रही।

  1. अमित आनंद (भा.पु.से.), अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर, हजारीबाग।
  2. पु.नि. विद्यावती ओहद्वार, पु.नि. चुरचू अंचल, हजारीबाग।
  3. पु.अ.नि. राणा भानु प्रताप सिंह, थाना प्रभारी, गिद्दी थाना, हजारीबाग।
  4. पु.अ.नि. रोशन कुमार वर्णवाल, थाना प्रभारी, मुफस्सिल थाना, हजारीबाग।
  5. पु.अ.नि. पंकज कुमार, थाना प्रभारी, बड़ा बाजार ओपी, हजारीबाग।
  6. पु.अ.नि. जितेन्द्र भगत, मुफस्सिल थाना, हजारीबाग।
  7. पु.अ.नि. सत्यम, मुफस्सिल थाना, हजारीबाग।
  8. तकनीकी शाखा, हजारीबाग।
  9. मुफस्सिल थाना सशस्त्र बल।

अपराधियों का इतिहास

गिरफ्तार अपराधियों ने स्वीकार किया कि वे पहले भी कई गंभीर घटनाओं में संलिप्त रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक हजारीबाग ने कहा: “यह कार्रवाई पुलिस और तकनीकी टीम की सामूहिक मेहनत का नतीजा है। जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

न्यूज़ देखो: पुलिस की तत्परता से अपराधियों के हौसले पस्त

हजारीबाग पुलिस की इस सफलता ने न केवल जनता के बीच भरोसा बढ़ाया है बल्कि अपराधियों के हौसले भी कमजोर किए हैं। जिस तरह संगठित तरीके से अपराधियों ने डकैती को अंजाम दिया था, उसी दृढ़ता से पुलिस ने जवाब दिया। यह कार्रवाई बताती है कि अपराध चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, क़ानून से बचना नामुमकिन है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

जागरूक नागरिकता से ही बनेगा सुरक्षित समाज

हजारीबाग पुलिस की यह उपलब्धि हमें याद दिलाती है कि अपराध पर अंकुश लगाने में प्रशासन के साथ समाज की भागीदारी भी जरूरी है। नागरिक यदि सतर्क रहकर संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी समय पर साझा करें तो अपराध रोके जा सकते हैं। अब समय है कि हम सब अपने-अपने स्तर पर जागरूक बनें और सुरक्षा के इस मिशन में योगदान दें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें और जागरूकता फैलाएं ताकि समाज अपराधमुक्त बन सके।

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