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चादरपोशी, सिरनी और कव्वाली के जश्न में डूबा हजरत मलंग शाह दाता का उर्स

#छतरपुर #मलंगशाहउर्स — ढोल-नगाड़ों के साथ पेश की गई चादरें, दिल्ली-बंगाल की कव्वाली टोली आज दिखाएगी जलवा

चादरपोशी से शुरू हुई उर्स की रौनक

छतरपुर स्थित हजरत मलंग शाह दाता और हजरत मिल्की शाह दाता बाबा के उर्स पाक के मौके पर पूरे इलाके में धार्मिक उत्सव और आध्यात्मिक माहौल का जश्न देखा गया। अलग-अलग मोहल्लों से आए अकीदतमंदों ने बाजे-गाजे और ढोल-नगाड़ों के साथ चादरें पेश कीं, जिनमें रॉकी मुहल्ला, ऊंचरी, नगवा, टंडवा, सोनपुरवा टाड़ी, गुरदी, जोबराया, अली नगर, झलुवा छतरपुर समेत कई मोहल्लों की टोली शामिल रही।

सबसे पहले चादर उर्स कमिटी सोनपुरवा की ओर से पेश की गई, जिसके बाद सभी मोहल्लों के जत्थे बारी-बारी से मजार शरीफ पर हाजिरी देने पहुंचे। सिरनी और फातिहा की परंपरा निभाते हुए लोगों ने बरकत की दुआ मांगी।

हजारों अकीदतमंदों की मौजूदगी

हजारों की संख्या में लोगों ने उर्स में भागीदारी की, जिससे पूरे क्षेत्र का माहौल आस्था, भाईचारे और मोहब्बत से भर गया। जलसे में शामिल होकर लोगों ने सूफियाना रंग में डूबे इस आयोजन को यादगार बना दिया।

कव्वाली की रात: दिल्ली vs बंगाल

आज (20 जून) की रात, उर्स कमिटी की ओर से आयोजित शानदार कव्वाली मुकाबले में दिल्ली के गुलाम वारिस और बंगाल की नेहा नाज के बीच सूफी संगीत की महफिल सजेगी। कार्यक्रम संरक्षक शिबू खान ने बताया कि उर्स इस बार बहुत ही शानदार और ऐतिहासिक रूप में मनाया गया है।

शिबू खान (कार्यक्रम संरक्षक) ने कहा: “हज़ारों लोगों की शिरकत, मोहब्बत और आस्था ने इस उर्स को बेहतरीन बना दिया है। आज की कव्वाली की रात सबके लिए खास होगी।”

उर्स कमिटी ने निभाई जिम्मेदारी

उर्स कमिटी की संरचना और नेतृत्व ने इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। प्रमुख पदाधिकारियों में:

गढ़वा में मलंग शाह बाबा का उर्स, आज गुलाम वारिस बनाम नेहा नाज़ की कव्वाली ने बंधेगा समां | Urs 2025

न्यूज़ देखो: आध्यात्मिक संस्कृति की चमकदार मिसाल

हजरत मलंग शाह दाता का उर्स सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, संप्रदायों और मोहल्लों को जोड़ने वाला सेतु है। इस आयोजन में अकीदत, सौहार्द और तहज़ीब की गूंज हर गली से निकलती है। न्यूज़ देखो इस आध्यात्मिक मेल को सिर्फ खबर नहीं, एक मिसाल की तरह देखता है — जो हमारी संस्कृति की जड़ों से जुड़ा एक सुंदर उदाहरण है।
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