
#मेदिनीनगर #शैक्षणिक_स्वास्थ्य : रक्त जांच से लेकर सीपीआर प्रशिक्षण तक, छात्रों को मिला व्यावहारिक स्वास्थ्य ज्ञान
- एम.के. डीएवी पब्लिक स्कूल, चियांकी में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित।
- रक्त समूह, रक्तचाप और बीएमआई जांच की गई।
- सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) का व्यावहारिक प्रशिक्षण।
- डॉ. वर्षा कश्यप (एमएमसीएच) रहीं मुख्य अतिथि।
- जीवविज्ञान शिक्षक तुषार घोष की अहम भूमिका।
एम.के. डीएवी पब्लिक स्कूल, चियांकी, मेदिनीनगर में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और आपातकालीन जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक विशेष स्वास्थ्य जागरूकता, जांच एवं सीपीआर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय के जीवविज्ञान विभाग द्वारा जीवविज्ञान प्रयोगशाला में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
स्वास्थ्य जांच से मिली जागरूकता
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों और विद्यालय कर्मियों का रक्त समूह परीक्षण, रक्तचाप जांच तथा बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) मूल्यांकन किया गया। इन जांचों के माध्यम से प्रतिभागियों को अपने स्वास्थ्य की वर्तमान स्थिति की जानकारी मिली, जिससे स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा भी मिली।
सीपीआर प्रशिक्षण बना कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
कार्यक्रम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) का व्यावहारिक प्रशिक्षण रहा।
एमएमसीएच से आए चिकित्सकों डॉ. शुभम सौरव, डॉ. देवाशीष, डॉ. अमन कुमार और डॉ. राज कुमार ने विद्यार्थियों को आपातकालीन स्थिति में जीवन बचाने वाली सीपीआर तकनीक का प्रशिक्षण दिया।
चिकित्सकों ने बताया कि समय पर और सही तरीके से दिया गया सीपीआर किसी व्यक्ति की जान बचा सकता है, इसलिए इस तकनीक की जानकारी समाज के हर वर्ग के लिए जरूरी है।
मुख्य अतिथि और उद्घाटन समारोह
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. वर्षा कश्यप (एमएमसीएच) रहीं। कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती इंद्राणी चटर्जी द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्या ने मुख्य अतिथि को पौधा भेंट कर स्वागत किया।
अपने संबोधन में डॉ. वर्षा कश्यप ने कहा कि—
प्राथमिक चिकित्सा और आपातकालीन कौशल की जानकारी छात्रों को न केवल आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि समाज के लिए भी उन्हें उपयोगी बनाती है।

आयोजन में शिक्षकों की सराहनीय भूमिका
इस संपूर्ण कार्यक्रम के सफल आयोजन में विद्यालय के जीवविज्ञान शिक्षक श्री तुषार घोष की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही। उनके कुशल मार्गदर्शन, बेहतर समन्वय और योजनाबद्ध तैयारी के कारण कार्यक्रम सुचारु रूप से संपन्न हुआ।
विद्यालय के शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय सहयोग किया।
शिक्षा के साथ स्वास्थ्य पर जोर
प्रधानाचार्या श्रीमती इंद्राणी चटर्जी ने इस प्रकार के कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ स्वास्थ्य जागरूकता आज के समय की आवश्यकता है। ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी जिम्मेदार नागरिक बनाते हैं।
कार्यक्रम के अंत में जीवविज्ञान विभाग की ओर से सभी अतिथियों, चिकित्सकों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
न्यूज़ देखो: स्कूलों में स्वास्थ्य शिक्षा की अहम पहल
विद्यालय स्तर पर स्वास्थ्य जांच और सीपीआर जैसे प्रशिक्षण छात्रों को वास्तविक जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं। एम.के. डीएवी पब्लिक स्कूल की यह पहल समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक छात्र, सुरक्षित समाज
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