
#गिरिडीह #मौसम : जिले में लगातार बारिश, जान-माल के नुकसान का खतरा बढ़ा
- मौसम विभाग ने जिले में भारी बारिश की संभावना जताई।
- उपायुक्त रामनिवास यादव ने जारी की एडवाइजरी।
- झील, तालाब, जलाशय और नदी-नालों में जलभराव का खतरा।
- वज्रपात और मकान गिरने से नुकसान की आशंका।
- बच्चों और मवेशियों को जलाशयों से दूर रखने की अपील।
गिरिडीह में लगातार हो रही बारिश और आने वाले दिनों में भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी रामनिवास यादव ने शनिवार को लोगों से अपील की है कि मौसम की खराबी को देखते हुए आवश्यक कार्य के अलावा घर से बाहर न निकलें।
झील-नालों का बढ़ा जलस्तर, खतरे का अलर्ट
उपायुक्त ने बताया कि भारी वर्षा के कारण जिले के तालाब, झील, जलाशय और डोभा ओवरफ्लो हो रहे हैं। इससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है। सड़क जाम, कच्चे मकानों का गिरना, वज्रपात से नुकसान और फसलों की तबाही की आशंका बनी रहती है।
उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा: “जनता से अनुरोध है कि बिना कारण बाहर न निकलें और बच्चों को नदी-नाले, तालाब और जलाशयों से दूर रखें। प्रशासन आपात स्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।”
वज्रपात और किसानों की सुरक्षा पर जोर
जिला प्रशासन ने विशेष रूप से किसानों और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खुले खेतों में बिजली गिरने का खतरा बढ़ जाता है। कृषकों और मवेशियों को खुले मैदानों से दूर रखने की अपील की गई है। उपायुक्त ने कहा कि वज्रपात के कारण पिछले वर्षों में कई जानें जा चुकी हैं, इसलिए सतर्कता बेहद जरूरी है।
जलजमाव और निकासी की चुनौती
अत्यधिक वर्षा के कारण कई क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति बन रही है। प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया कि जहां जलभराव हो रहा है, वहां उचित निकासी की व्यवस्था करें और ऐसे स्थानों पर जाने से बचें।
न्यूज़ देखो: जागरूकता से टल सकता है बड़ा खतरा
गिरिडीह प्रशासन की यह चेतावनी जनहित में बेहद महत्वपूर्ण है। वज्रपात और जलभराव जैसी प्राकृतिक चुनौतियां तभी कम हो सकती हैं जब नागरिक सतर्क रहें और दिशा-निर्देशों का पालन करें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सावधानी ही सुरक्षा है
अब समय है कि हम सब मौसम के इन संकेतों को गंभीरता से लें। अपने परिवार और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि अधिक लोग जागरूक हो सकें।