
#झारखंडमौसमअलर्ट — दक्षिण और मध्य हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना, कई जिलों में बिजली-आंधी को लेकर सतर्कता
- मौसम विभाग ने 26 जून को येलो अलर्ट किया जारी
- गुमला, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम में बहुत भारी बारिश की आशंका
- 26 से 29 जून तक पूरे राज्य में हल्की से मध्यम बारिश के आसार
- तेज़ हवाएं और वज्रपात की चेतावनी, रफ्तार 40 किमी प्रति घंटा तक
- तापमान में अगले 5 दिनों तक कोई खास बदलाव नहीं
अगले 5 दिनों तक पूरे राज्य में सक्रिय रहेगा मानसून
रांची: झारखंड में मानसून की गतिविधि सामान्य बनी हुई है, लेकिन 26 जून से लेकर 29 जून तक राज्य भर में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने 26 जून के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
26 जून को कहां-कहां रहेगा असर
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 26 जून को राज्य के दक्षिण और मध्य हिस्सों में भारी बारिश होगी। लोहरदगा, रांची, खूंटी, सरायकेला-खरसावां और पूर्वी सिंहभूम जिलों में इसका असर देखा जाएगा। वहीं गुमला, सिमडेगा और पश्चिम सिंहभूम जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
वज्रपात और आंधी का भी अलर्ट
26 से 29 जून के बीच राज्य के अनेक हिस्सों में गरज-चमक के साथ वज्रपात हो सकता है। साथ ही 40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज़ हवा चलने की भी संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने लोगों को खुले स्थानों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने की सलाह दी है।
27 से 29 जून तक बारिश का अनुमान
- 27 जून: दक्षिण और निकटवर्ती मध्य झारखंड — सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, सिमडेगा, गुमला, खूंटी में भारी बारिश।
- 28 जून: दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-मध्य झारखंड — कोडरमा, हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, पश्चिम सिंहभूम में असर।
- 29 जून: उत्तर-पूर्वी झारखंड — साहिबगंज, पाकुड़, गोड्डा, दुमका, देवघर, जामताड़ा, गिरिडीह, धनबाद, कोडरमा, हजारीबाग, रामगढ़, बोकारो में बारिश का अनुमान।
तापमान रहेगा स्थिर
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि अगले पांच दिनों तक अधिकतम तापमान में कोई विशेष बदलाव की संभावना नहीं है। मौसम का मिज़ाज नमी भरा और ठंडा बना रहेगा।
न्यूज़ देखो: अलर्ट का पालन करें, सुरक्षित रहें
‘न्यूज़ देखो’ अपने पाठकों से अपील करता है कि मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लें, विशेषकर ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोग, जहां भूस्खलन और जलभराव की आशंका अधिक रहती है। बिजली गिरने और तेज़ हवाओं से बचने के लिए खुले मैदानों और पेड़ों से दूर रहें।
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मौसम की मार से बचने की तैयारी जरूरी
बारिश राहत भी है और चुनौती भी। प्रशासन और नागरिकों को मिलकर सड़क, बिजली, स्कूल, फसल जैसे ज़रूरी क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए सक्रिय रहना चाहिए। तैयार रहें, सतर्क रहें और ‘न्यूज़ देखो’ के साथ अपडेटेड रहें।