
#लातेहार #ग्राम_विकास : टूटी सड़क, कमजोर बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में हेहेगड़ा गाँव विकास की मुख्यधारा से दूर, ग्रामीणों ने तत्काल हस्तक्षेप की मांग की
- हेहेगड़ा–गुहड़ी नाला मार्ग सड़क पूरी तरह जर्जर, बरसात में आवागमन ठप्प।
- बिजली व्यवस्था कमजोर, जर्जर लाइन और अनियमित आपूर्ति से ग्रामीण अंधेरे में जीवन यापन कर रहे।
- स्वास्थ्य सुविधा की स्थिति चिंताजनक, एंबुलेंस नहीं पहुँच सकती, मरीजों को रेलवे स्टेशन तक पैदल जाना पड़ता।
- शिक्षा प्रभावित, बच्चे टूटी सड़क और नाले पार कर स्कूल पहुँचते हैं, कई परिवारों ने डर से स्कूल जाने से इनकार किया।
- ग्रामीणों ने सरकार से RCC पुल, सड़क मरम्मत, बिजली और प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्र की तत्काल स्थापना की मांग की।
लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत चुंगरू पंचायत के हेहेगड़ा गाँव की हालत आज भी मूलभूत विकास से कोसों दूर है। गाँव का मुख्य मार्ग हेहेगड़ा–गुहड़ी नाला (रेलवे क्रॉसिंग के नीचे) से होकर गुजरता है, जो पूरी तरह टूटकर गड्ढों और कीचड़ में तब्दील हो चुका है। बरसात के दिनों में यह मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो जाता है, जिससे ग्रामीणों का आवागमन अत्यंत कठिन हो गया है।
बिजली और स्वास्थ्य सुविधाएँ भी चिंताजनक
ग्रामीणों ने बताया कि यहाँ बिजली की जर्जर व्यवस्था और ढीली तारों की वजह से रात का जीवन अत्यंत कठिन हो गया है। स्वास्थ्य सुविधा भी नगण्य है—सड़क खराब होने के कारण एंबुलेंस नहीं पहुँच सकती। बीमार या गर्भवती महिलाओं को उपचार के लिए बरवाडीह या लातेहार तक पहुँचाने के लिए उन्हें रेलवे स्टेशन तक पैदल जाना पड़ता है, और ट्रेन के समय पर न मिलने पर गंभीर जोखिम का सामना करना पड़ता है।
शिक्षा और जागरूकता पर असर
टूटी सड़क और नाले के बीच से स्कूल जाने के कारण छोटे बच्चे डर महसूस करते हैं और कई बार स्कूल छोड़ देते हैं। इसके अलावा गाँव के अधिकतर लोग कम पढ़े-लिखे हैं, जिससे सरकारी योजनाओं की जानकारी समय पर नहीं पहुँचती और कई लाभकारी योजनाएँ गाँव तक नहीं पहुँच पाती।
ग्रामीणों की मांग और भविष्य की चिंता
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी नेता या प्रतिनिधि पर आरोप लगाना नहीं है, बल्कि सरकार से सीधे अपील करना है कि हेहेगड़ा को विकास की मुख्यधारा में लाया जाए। उनकी मांगों में मुख्य सड़क की मरम्मत, नाले पर मजबूत RCC पुल का निर्माण, बिजली व्यवस्था का उन्नयन और प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्र की स्थापना शामिल है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते इन बुनियादी सुविधाओं में सुधार नहीं हुआ, तो आने वाले समय में हेहेगड़ा के लोगों के सामने स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसी गंभीर चुनौतियाँ खड़ी हो सकती हैं।

न्यूज़ देखो: ग्रामीण विकास की अनदेखी गंभीर खतरा
हेहेगड़ा जैसी जगहों पर बुनियादी ढांचे की कमी केवल ग्रामीण जीवन को प्रभावित नहीं करती, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों को भी सीमित कर देती है। सरकार और प्रशासन के लिए यह आवश्यक है कि ऐसे गाँवों को प्राथमिकता दें और विकास योजनाओं को त्वरित प्रभाव के साथ लागू करें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सुधार—हम सबकी जिम्मेदारी
ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की स्थिति सुधारने के लिए जागरूक रहें और स्थानीय प्रशासन से लगातार संवाद बनाए रखें। इस खबर को साझा करें और कमेंट में बताएं—क्या आपके इलाके में भी ऐसी समस्याएँ बनी हुई हैं और सरकार से सक्रिय कदम की अपेक्षा है?





