
#कोलेबिरा #हिंदीपखवाड़ा : मां सरस्वती की वंदना से आरंभ हुआ आयोजन, मुख्य अतिथि ने कहा हिंदी हमारी पहचान
- पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, कोलेबिरा में हिंदी पखवाड़ा का शुभारंभ।
- मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलन से शुरू हुआ कार्यक्रम।
- मुख्य अतिथि श्रीमती स्नेह लता सिन्हा ने कहा हिंदी हमारी आत्मा और पहचान।
- निबंध, वाद-विवाद, कविता पाठ जैसी प्रतियोगिताएँ होंगी आयोजित।
- पूरे विद्यालय परिवार ने हिंदी के संवर्धन का संकल्प लिया।
हिंदी पखवाड़ा का आरंभ 1 सितम्बर 2025 को पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, कोलेबिरा में पूरे उत्साह और गरिमा के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के शिक्षक आशुतोष कुमार पांडे ने किया। विद्यालय परिवार के शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं ने मिलकर इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। वातावरण में भाषा के प्रति श्रद्धा और राष्ट्रीयता का भाव साफ झलक रहा था।
मां सरस्वती की वंदना और मुख्य अतिथि का स्वागत
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने, दीप प्रज्वलित करने और स्वागत गान से हुई। मुख्य अतिथि के रूप में एस.के. बागे कॉलेज, हिंदी विभाग की व्याख्याता श्रीमती स्नेह लता सिन्हा उपस्थित रहीं। प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा, वरिष्ठ शिक्षक मनोज कुमार, सुनील कुमार सिंह और अन्य सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं इस अवसर पर मौजूद थे।
मुख्य अतिथि का स्वागत विद्यालय के प्राचार्य ने अंगवस्त्र पहनाकर और सामाजिक विज्ञान की शिक्षिका श्रीमती ज्योति टूटी ने शॉल ओढ़ाकर किया। सम्मान पाकर उन्होंने विद्यालय परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया।
हिंदी भाषा का महत्व
कार्यक्रम का संचालन कर रहे आशुतोष कुमार पांडे ने कहा कि हिंदी केवल संवाद का साधन नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, परंपरा और ज्ञान की धरोहर है। उन्होंने विद्यार्थियों को व्याकरण की शुद्धता और भाषा की गरिमा बनाए रखने पर बल दिया।
वरिष्ठ शिक्षक सुनील कुमार सिंह और सुशील कुमार शर्मा ने हिंदी पखवाड़ा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर चर्चा की और राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी की भूमिका को स्पष्ट किया। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे हिंदी को आत्मविश्वास के साथ व्यवहारिक जीवन में अपनाएँ।
मुख्य अतिथि का प्रेरणादायी संदेश
मुख्य अतिथि श्रीमती स्नेह लता सिन्हा ने विद्यार्थियों से कहा—
“हिंदी हमारी आत्मा और पहचान है। इसे केवल पढ़ाई तक सीमित न रखें, बल्कि दैनिक जीवन, संवाद और अभिव्यक्ति में प्रयोग करें। हिंदी के माध्यम से अपनी प्रतिभा को निखारें और गर्व से इसका प्रयोग करें।”
विविध प्रतियोगिताओं की घोषणा
अंत में पांडे जी ने बताया कि 1 से 14 सितम्बर तक हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत निबंध लेखन, वाद-विवाद, भाषण, कविता पाठ और प्रश्नोत्तरी जैसी प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी। उन्होंने विद्यार्थियों से सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रभाषा हिंदी के महत्व को याद करते हुए हुआ। विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने हिंदी के संवर्धन का संकल्प लिया। धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती ज्योति टूटी ने प्रस्तुत किया।



न्यूज़ देखो: हिंदी से जुड़ाव ही संस्कृति से जुड़ाव
यह आयोजन हमें याद दिलाता है कि हिंदी सिर्फ भाषा नहीं, बल्कि हमारी पहचान और सांस्कृतिक एकता की डोर है। नवोदय विद्यालय परिवार ने इसे एक आंदोलन का रूप देकर हिंदी प्रेम की मिसाल पेश की।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
हिंदी हमारी आत्मा और पहचान
यह अवसर हम सभी को प्रेरित करता है कि हम हिंदी को व्यवहारिक जीवन में आत्मसात करें और अगली पीढ़ी तक इसकी गरिमा को पहुँचाएँ। अब समय है कि हम सब हिंदी को न केवल भाषा, बल्कि जीवनशैली के रूप में अपनाएँ। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ साझा करें ताकि जागरूकता फैले और हिंदी का गौरव और बढ़े।