#पलामू #स्वतंत्रतादिवस : पुलिस स्टेडियम में झारखंड आंदोलनकारी नेता संजय महतो का सम्मान हुआ, तालियों और नारों से गूंजा समारोह
- झारखंड आंदोलनकारी नेता संजय महतो को इस बार स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित किया गया।
- पुलिस स्टेडियम पलामू में आयोजित समारोह में हजारों लोगों की मौजूदगी रही।
- राज्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने उन्हें सम्मानित किया और संघर्ष को सराहा।
- DC और SP रेशमा ने भी उनका स्वागत कर शुभकामनाएँ दीं।
- उपस्थित लोगों ने इसे झारखंड की ऐतिहासिक पहचान से जोड़ा।
पलामू के पुलिस स्टेडियम में इस स्वतंत्रता दिवस का माहौल विशेष रहा। झारखंड आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले नेता संजय महतो को लंबे समय बाद सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मौजूद जनसमूह ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया और आंदोलन की ऐतिहासिक यादों को एक बार फिर जीवंत कर दिया। कार्यक्रम में राज्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर, उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक रेशमा सहित कई अधिकारी और आमजन मौजूद रहे।
संजय महतो की आंदोलनकारी भूमिका
झारखंड राज्य के निर्माण की लड़ाई में संजय महतो का नाम प्रमुख आंदोलनकारियों में गिना जाता है। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी झारखंड की पहचान और अलग राज्य की मांग को मजबूत स्वर दिया। उनके संघर्ष और योगदान को लोग आज भी गर्व से याद करते हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित होने का महत्व
15 अगस्त के मौके पर इस तरह का सम्मान केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि सामूहिक संघर्ष की पहचान है। संजय महतो को पुलिस स्टेडियम में सम्मानित करना इस बात का प्रतीक है कि समाज अपने नायकों को याद रखना जानता है।
नेताओं और अधिकारियों की मौजूदगी
समारोह में राज्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने संजय महतो को सम्मानित किया। इसके साथ ही उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक रेशमा ने उन्हें मंच पर स्वागत कर शुभकामनाएँ दीं।
राज्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा: “संजय महतो जैसे आंदोलनकारियों के संघर्ष ने झारखंड को अलग पहचान दिलाई है। उनका सम्मान हम सबके लिए गौरव की बात है।”
जनसमूह की प्रतिक्रिया और उत्साह
पुलिस स्टेडियम तालियों और नारों से गूंज उठा जब संजय महतो मंच पर पहुंचे। वहां मौजूद लोगों ने इसे झारखंड के गौरवशाली इतिहास से जोड़ते हुए कहा कि यह सम्मान केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे आंदोलन और झारखंड की अस्मिता का है।
न्यूज़ देखो: नायकों का सम्मान समाज की प्रेरणा
संजय महतो जैसे आंदोलनकारियों का सम्मान इस बात का संदेश देता है कि संघर्ष और त्याग कभी भुलाए नहीं जाते। यह समाज को याद दिलाता है कि जिनकी वजह से हमारी पहचान मजबूत हुई, उन्हें हमेशा आदर मिलना चाहिए।
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नायकों के योगदान को संजोएं
स्वतंत्रता दिवस केवल जश्न का दिन नहीं, बल्कि उन सभी के त्याग को याद करने का अवसर है जिन्होंने हमारे लिए संघर्ष किया। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और आने वाली पीढ़ी तक इस प्रेरणा को पहुँचाएं।