
#गढ़वा #टीबी_उपचार – धुरकी सीएचसी में मानवता की मिसाल, यक्ष्मा विभाग ने पेश की नई प्रेरणा
- धुरकी सीएचसी के रणधीर कुमार ने टीबी मरीज राहुल को लिया गोद
- मरीज की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर, इलाज से था वंचित
- इलाज, पोषण और देखभाल की जिम्मेदारी खुद उठाई
- जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. आर.एस. सिंह ने की सराहना
- कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने बताया अनुकरणीय कदम
यक्ष्मा विभाग के रणधीर कुमार का भावनात्मक और प्रेरणादायक निर्णय
गढ़वा थाना क्षेत्र के गुर्दी गांव निवासी राहुल कुमार, जो तपेदिक (टीबी) जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, अब जीवन की नई राह पर हैं। धुरकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में कार्यरत वरिष्ठ यक्ष्मा चिकित्सा पर्यवेक्षक रणधीर कुमार ने उन्हें गोद लेकर एक उदाहरणात्मक मानवीय कार्य किया है।
राहुल की पारिवारिक और आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय थी कि उचित इलाज और देखभाल कराना संभव नहीं था। इस स्थिति को देखते हुए रणधीर कुमार ने न सिर्फ मानवीय संवेदना का परिचय दिया बल्कि उन्होंने राहुल के इलाज, पोषण और देखभाल की पूरी जिम्मेदारी भी खुद पर ले ली।
अधिकारी भी हुए प्रेरित, स्वास्थ्य विभाग की पहल को बताया अनुकरणीय
इस प्रेरणादायक कार्य की जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. आर.एस. सिंह ने खुले दिल से सराहना की। उन्होंने कहा:
“रणधीर कुमार की यह पहल स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। हमें सिर्फ इलाज ही नहीं, बल्कि जरूरतमंदों की जिंदगी संवारने का प्रयास भी करना है।”
कार्यक्रम में डीपीसी डॉ. पुरुषेश्वर मिश्रा, डीपीएस जितेंद्र कुमार, और लैब तकनीशियन विश्वास कुमार शर्मा भी उपस्थित थे। उन्होंने भी इस प्रयास को समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक प्रभावी कदम बताया।
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