#Garhwa #Corruption : आवास योजना में गड़बड़ी पर कार्रवाई—पंचायत सचिवों और समन्वयक पर गिरी गाज
- रमना, रमकंडा, बरगढ़ और कांडी प्रखंड में गड़बड़ी उजागर।
- मोहम्मद हुसैन अंसारी सहित कई पंचायत सचिव निलंबित।
- कांडी प्रखंड के प्रखंड समन्वयक अजीत कुमार मेहता कार्यमुक्त।
- 4 लाख रुपये रिश्वत और गलत लाभुकों को आवास का फायदा देने का आरोप।
- उपायुक्त बोले—अनियमितता पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
घोटाले का खुलासा और जिला प्रशासन की कार्रवाई
गढ़वा जिले में अबुआ आवास योजना के तहत बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है। शिकायतों की जांच में पाया गया कि कई अयोग्य व्यक्तियों को लाभ दिया गया और रिश्वतखोरी की पुष्टि हुई।
रमना प्रखंड के सचिव पर गंभीर आरोप
ग्राम पंचायत हरादाग कला के तत्कालीन पंचायत सचिव मोहम्मद हुसैन अंसारी पर मनरेगा योजना के नाम पर ₹4 लाख वसूली और आवास योजना में गलत लाभुक चयन का आरोप साबित हुआ। स्पष्टीकरण न देने पर उन्हें तत्काल निलंबित कर मुख्यालय प्रखंड खरौंधी स्थानांतरित किया गया।
उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने कहा: “योजनाओं में लापरवाही या भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।”
अन्य पंचायत सचिवों की भी छुट्टी
जिला स्तरीय जांच में मझीगावां और शिवपुर पंचायतों के सचिव सुदर्शन राम, मुकेश कुमार मेहता और संजीव कुमार ठाकुर दोषी पाए गए।
- सुदर्शन राम का मुख्यालय रमकंडा तय
- मुकेश कुमार मेहता का मुख्यालय बरगढ़
- संजीव कुमार ठाकुर का मुख्यालय रमना
प्रखंड समन्वयक पर गिरी गाज
कांडी प्रखंड के प्रखंड समन्वयक (आवास योजना) अजीत कुमार मेहता को भी दोषी पाए जाने के बाद कार्यमुक्त कर दिया गया।
उपायुक्त का कड़ा संदेश
उपायुक्त श्री यादव ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि लापरवाही, गलत कार्यशैली और अनियमितता पर किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा।
न्यूज़ देखो: पारदर्शिता के लिए प्रशासन का सख्त रुख
गढ़वा प्रशासन की यह कार्रवाई जनता में भरोसा जगाने वाली है। ऐसे कदम योजनाओं को भ्रष्टाचार से मुक्त कर असली लाभुक तक पहुंचाने के लिए जरूरी हैं।
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