#बानो #फुटबॉल_प्रतियोगिता : हुरदा आदिवासी एकता मंच के तत्वावधान में शुरू हुई प्रतियोगिता में गोर्रा और जोरबाड़ी की टीमों ने दिखाया दमखम
- हुरदा मैदान में फुटबॉल प्रतियोगिता का शुभारंभ छह पंचायतों की भागीदारी से हुआ।
- पुरुष वर्ग में गोर्रा टीम ने उनीकेल को 1-0 से हराया।
- महिला वर्ग में जोरबाड़ी टीम ने जोजो फाइटर पाटातिरिल को 1-0 से पराजित किया।
- प्रतियोगिता का उद्घाटन किशोर डांग, अनिल लुगुन, आलोक बारला समेत कई अतिथियों ने किया।
- आयोजन को सफल बनाने में स्थानीय खेल समिति और ग्रामीणों की अहम भूमिका रही।
बानो प्रखंड के हुरदा मैदान में मंगलवार को हुरदा आदिवासी एकता मंच के तत्वावधान में फुटबॉल प्रतियोगिता का भव्य आगाज हुआ। इस प्रतियोगिता में छह पंचायतों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। उद्घाटन मैच में खिलाड़ियों और दर्शकों का उत्साह देखते ही बन रहा था।
उद्घाटन मैच में खिलाड़ियों का जोश
उद्घाटन मुकाबले में पुरुष वर्ग में गोर्रा की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उनीकेल को 1-0 से हराया और अगले दौर में जगह बनाई। वहीं महिला वर्ग के मुकाबले में जोरबाड़ी टीम ने कड़े संघर्ष में जोजो फाइटर पाटातिरिल को 1-0 से मात देकर प्रतियोगिता में धमाकेदार शुरुआत की।
कार्यक्रम का उद्घाटन और मुख्य अतिथि
प्रतियोगिता का उद्घाटन मुण्डा समाज के जिला अध्यक्ष सह पूर्व झामुमो जिला अध्यक्ष किशोर डांग, बानो झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अनिल लुगुन, उपाध्यक्ष आलोक बारला, तुरतन गुड़िया, कामिल डांग, खेल समिति अध्यक्ष सह मुखिया नामजन जोजो, रायकेरा मुखिया सोमा पहान और सामुएल बुढ़ ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया।
मुख्य अतिथियों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि इस प्रकार के खेल आयोजन समाज को जोड़ते हैं और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देते हैं।
आयोजन में सक्रिय भूमिका
प्रतियोगिता को सफल बनाने में प्रधान लुगुन, नामजन जोजो, सोमा पहान, बिमल केरकट्टा, जोलेन जोजो, फूलचंद जोजो, फेबियन जोजी, तुरतन गुड़िया, कामिल डांग, सावन डांग, सामुएल बुढ़, शिवचरण सिंह समेत कई ग्रामीणों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
मैच संचालन की जिम्मेदारी रेफरी विजय जोजो, संतोष जोजो और मनमसीह जोजो ने निभाई। उनकी निष्पक्ष भूमिका से खेल का रोमांच और बढ़ गया।

न्यूज़ देखो: खेल से समाज में जुड़ाव और भाईचारा
हुरदा मैदान में हुई फुटबॉल प्रतियोगिता यह साबित करती है कि खेल न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह समाज में एकता और सामंजस्य का संदेश भी देता है। ग्रामीण इलाकों में ऐसे आयोजन युवाओं को दिशा देते हैं और उन्हें अनुशासन एवं सहयोग की भावना सिखाते हैं।
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खेल जीवन में अनुशासन, सहयोग और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। ग्रामीण क्षेत्रों में फुटबॉल जैसे आयोजन युवाओं को नशे और गलत प्रवृत्तियों से दूर रखते हैं। समय है कि हम सब ऐसे आयोजनों को और प्रोत्साहित करें।
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