
#हुसैनाबाद #बैंक_घोटाला : पूर्व शाखा प्रबंधक ने फर्जी खाते और विशेष सावधि जमा से की करोड़ों की ठगी, पुलिस ने गिरफ्तार किया
- हुसैनाबाद पुलिस ने झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक, दंगवार शाखा के पूर्व शाखा प्रबंधक मनोज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया।
- आरोपी ने 6,03,34,245 रुपये का गबन किया, जिसमें से 4,66,89,942 रुपये बैंक को लौटाए।
- 11 महिला समूह खातों और विशेष सावधि जमा खातों से फर्जी निकासी की गई।
- मामले में हुसैनाबाद थाना कांड सं. 169/24, दिनांक 24 जुलाई 2024 के तहत धारा 409, 420, 467, 468, 471 भा.दं.वि. के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज।
- एसआईटी टीम में अंचल निरीक्षक और सशस्त्र बल के जवान शामिल रहे।
हुसैनाबाद थाना क्षेत्र में एक गंभीर बैंक घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक, दंगवार शाखा के पूर्व शाखा प्रबंधक मनोज कुमार सिंह ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए करोड़ों रुपये का गबन किया। आरोपी को सासाराम (बिहार) से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
जांच में खुलासा
जांच में पता चला कि आरोपी ने 11 महिला समूह खातों के नाम से फर्जी ऋण स्वीकृत कर राशि निकाली और विशेष सावधि जमा खातों से ग्राहकों की जानकारी के बिना पैसे स्थानांतरित किए। इसके लिए उसने ग्राहकों की पहचान संख्या का दुरुपयोग कर फर्जी बचत खाते खोले और राशि अपने परिचितों के खातों में भेजकर नकद निकासी की।
एसडीपीओ एस. मोहम्मद याकूब ने कहा: “यह एक सुनियोजित बैंक धोखाधड़ी का मामला है। पुलिस की तत्परता और टीमवर्क से इस जटिल आर्थिक अपराध का सफल उद्भेदन हुआ। आर्थिक अपराध में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।”
एसआईटी की भूमिका
एस. मोहम्मद याकूब के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम में अंचल निरीक्षक बिनोद राम, अफजल अंसारी, मुकेश कुमार, सोनू कुमार, रमण यादव, कालिका राम, सिंगराय हेम्ब्रम सहित सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। टीम ने लगातार निगरानी और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को दबोचा।
बैंक और जनता पर असर
घोटाले की जांच में पाया गया कि कुल गबन की राशि 6,03,34,245 रुपये थी, जिसमें से 4,66,89,942 रुपये बैंक को वापस किए गए। इस धोखाधड़ी के कारण ग्राहकों की आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई और बैंक की विश्वसनीयता पर प्रश्न उठे।
न्यूज़ देखो : बैंक धोखाधड़ी में पुलिस की तत्परता और जवाबदेही
यह मामला दर्शाता है कि आर्थिक अपराध के प्रति पुलिस की सक्रियता और टीमवर्क कितनी महत्वपूर्ण है। समय रहते कार्रवाई कर अपराधी को गिरफ्तार करना अन्य लोगों के लिए चेतावनी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आर्थिक अपराध के खिलाफ सजग नागरिक और सक्रिय प्रशासन
सभी बैंक ग्राहक अपने खातों की निगरानी रखें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। आर्थिक अपराध को रोकने में समाज और प्रशासन की भागीदारी आवश्यक है। अपनी राय साझा करें और जागरूकता बढ़ाने के लिए इस खबर को शेयर करें।