
हाइलाइट्स :
- भाजपा कार्यकर्ता योगेंद्र प्रसाद पर दिनदहाड़े फायरिंग, बाल-बाल बचे
- झामुमो नेता नीतेश सिंह पर हत्या की साजिश और धमकी देने का आरोप
- भ्रष्टाचार उजागर करने के चलते हमले का दावा, जांच की मांग
- विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने अधिकारियों पर भी लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
योगेंद्र प्रसाद ने लगाए झामुमो नेता पर गंभीर आरोप
गढ़वा जिले के चिनियां थाना क्षेत्र के सिगसिगा खुर्द गांव निवासी भाजपा कार्यकर्ता योगेंद्र प्रसाद ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता नीतेश सिंह पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि वर्ष 2022 से ही उन्हें झामुमो में शामिल होने के लिए धमकाया जा रहा था। उनकी पत्नी पंचायत समिति सदस्य निर्वाचित हुई थी, जिसके बाद से ही नीतेश सिंह और उनके सहयोगी उन्हें निशाना बना रहे थे।
दिनदहाड़े गोलीबारी, गर्दन में लगी गोली
योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि 7 मार्च को दोपहर करीब 3 बजे जब वे चिनियां जा रहे थे, तभी तहले पुलिया के पास सफेद अपाचे बाइक पर सवार दो अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोली चला दी।
“गोली मेरी गर्दन में लगी, लेकिन किसी तरह जान बचाकर मैं रिश्तेदारों को सूचना देने में सफल रहा।”
परिजन उन्हें इलाज के लिए गढ़वा, मेदिनीनगर होते हुए रांची लेकर गए। इलाज के बाद अब वे घर लौट आए हैं और पुलिस से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
भ्रष्टाचार उजागर करने की सजा?
योगेंद्र प्रसाद ने दावा किया कि बरवाडीह पंचायत की मुखिया, जो कि नीतेश सिंह की पत्नी हैं, ने कई योजनाओं में गड़बड़ी कर लाखों रुपये की निकासी कर ली। इनमें कूप निर्माण, मनरेगा और 15वें वित्त आयोग योजना शामिल हैं।
“मैं सूचना अधिकार अधिनियम (RTI) के तहत भ्रष्टाचार उजागर करता था, जिससे कई योजनाओं में बड़े पैमाने पर घोटाले सामने आए।”
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री के करीबी नीतेश सिंह, उनके साले नीतू सिंह और मुख्तार अंसारी लगातार धमकियां देते थे।
“वे कहते थे – ‘हम मंत्री जी के साथ हैं, सुधर जाओ, तुम्हारा परिवार है।’”
विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने उठाई निष्पक्ष जांच की मांग
भाजपा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने इस हमले को लेकर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गढ़वा के आला अधिकारियों पर भी हत्या की साजिश का मामला दर्ज होना चाहिए।
“योजनाओं में अरबों रुपये का घोटाला हुआ है और उपायुक्त भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि पात्र किसानों को पीएम किसान योजना से बाहर कर दिया गया, जबकि वर्षों से बाहरी लोग इसका लाभ उठा रहे हैं।
“इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी।”
क्या हमलावरों को मिलेगी सजा? ‘न्यूज़ देखो’ की रहेगी नजर
योगेंद्र प्रसाद पर हुए हमले और इसमें झामुमो नेताओं की संलिप्तता के आरोपों की पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी या नहीं, यह बड़ा सवाल बना हुआ है। क्या प्रशासन दोषियों को सजा दिला पाएगा? ‘न्यूज़ देखो’ इस मामले पर अपनी नजर बनाए रखेगा और आपको हर अपडेट पहुंचाता रहेगा।