
#घाघरा #मवेशी_तस्करी : देर रात तेज रफ्तार कंटेनरों ने खोला अवैध धंधे का राज—पुलिस ने एक तस्कर को किया गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी।
- घाघरा थाना क्षेत्र के देवाकी गांव के पास शुक्रवार देर रात हुई कार्रवाई।
- दो कंटेनरों में क्रूरतापूर्ण तरीके से लदे 52 काड़ा भैंसे बरामद।
- बजरंग दल के सदस्यों और स्थानीय ग्रामीणों की सतर्कता से खुला मामला।
- पुलिस ने पातागांई गांव निवासी मोहम्मद साबिद मीर को किया गिरफ्तार।
- थाना प्रभारी पुनीत मिंज के नेतृत्व में पुलिस ने दोनों कंटेनर किए जब्त।
- अन्य संलिप्त तस्करों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए जांच जारी।
घाघरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात अवैध मवेशी तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता सामने आई है। बजरंग दल के सदस्यों और स्थानीय ग्रामीणों की तत्परता से दो कंटेनरों में लदे 52 काड़ा भैंसों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया। यह कार्रवाई देवाकी गांव के समीप की गई, जहां तेज रफ्तार कंटेनरों ने पहले लोगों को चौंकाया और फिर एक बड़े अवैध कारोबार का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने मौके से एक तस्कर को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
कैसे हुआ अवैध तस्करी का खुलासा
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की रात बजरंग दल के सदस्य छठ मोहल्ला स्थित सूर्य मंदिर निर्माण को लेकर आयोजित बैठक से लौट रहे थे। इसी दौरान गुमला की ओर से अत्यधिक तेज गति से आ रहे दो कंटेनर घाघरा चांदनी चौक की दिशा में बढ़ते दिखाई दिए। कंटेनरों की रफ्तार इतनी तेज थी कि बजरंग दल के सदस्य बाल-बाल बच गए। इस असामान्य स्थिति ने सदस्यों को सतर्क कर दिया।
बजरंग दल के सदस्यों ने तत्काल दूरभाष के माध्यम से घाघरा थाना प्रभारी पुनीत मिंज को सूचना दी। इसके साथ ही, स्थानीय ग्रामीणों को भी सतर्क किया गया। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले बजरंग दल के सदस्यों और ग्रामीणों ने दोनों कंटेनरों का पीछा किया और देवाकी गांव के समीप उन्हें रोक लिया।
कंटेनर खोलते ही सामने आई सच्चाई
देवाकी गांव के पास कंटेनरों को रोककर जब पूछताछ की गई तो चालकों के जवाब संतोषजनक नहीं लगे। संदेह गहराने पर कंटेनरों के ऊपर झांककर देखा गया, जहां बड़ी संख्या में काड़ा भैंसे अत्यंत अमानवीय और क्रूरतापूर्ण तरीके से लदे पाए गए। पशुओं को बिना किसी सुरक्षा और मानवीय व्यवस्था के ठूंस-ठूंसकर भरा गया था, जिससे उनकी हालत गंभीर थी।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल इसकी सूचना पुनः घाघरा पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी पुनीत मिंज पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों कंटेनरों को अपने कब्जे में लेकर थाना ले आए।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
शनिवार को पुलिस ने मवेशी तस्करी मामले में संलिप्त घाघरा थाना क्षेत्र के पतागांई गांव निवासी मोहम्मद साबिद मीर को गिरफ्तार किया। प्रारंभिक पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिसके आधार पर पुलिस अन्य संलिप्त लोगों की पहचान में जुट गई है।
थाना प्रभारी पुनीत मिंज ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा:
थाना प्रभारी पुनीत मिंज ने कहा: “मवेशी तस्करी के मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। अन्य संलिप्त लोगों की पहचान कर आगे की कार्रवाई के लिए तहकीकात जारी है। पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।”
पुलिस के अनुसार, यह मवेशी तस्करी एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है, जिसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं। कंटेनरों के रूट, पशुओं की खरीद और गंतव्य स्थान की भी जांच की जा रही है।
स्थानीय लोगों और बजरंग दल की भूमिका
इस पूरे घटनाक्रम में बजरंग दल के सदस्यों और ग्रामीणों की भूमिका सराहनीय रही। यदि समय रहते कंटेनरों को रोका नहीं गया होता, तो यह अवैध तस्करी आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकती थी। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में पहले भी मवेशी तस्करी की आशंका जताई जाती रही है, लेकिन इस बार सामूहिक सतर्कता ने बड़ा खुलासा कर दिया।
ग्रामीणों ने पुलिस से मांग की है कि इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी तस्कर इस क्षेत्र को अवैध गतिविधियों के लिए सुरक्षित न समझे।
कानून और पशु संरक्षण का सवाल
अवैध मवेशी तस्करी न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि पशु क्रूरता का भी गंभीर मामला है। ऐसे मामलों में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं के तहत सख्त सजा का प्रावधान है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
न्यूज़ देखो: सतर्क नागरिकों से टूटी तस्करी की कमर
यह घटना दिखाती है कि जब समाज और पुलिस एकजुट होकर काम करते हैं, तो संगठित अपराध भी बेनकाब हो जाते हैं। बजरंग दल और ग्रामीणों की सक्रियता ने न केवल 52 मवेशियों की जान बचाई, बल्कि एक अवैध नेटवर्क को भी उजागर किया। अब यह जिम्मेदारी प्रशासन की है कि जांच को तार्किक अंजाम तक पहुंचाकर पूरे गिरोह पर कार्रवाई करे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग समाज ही सुरक्षित समाज की नींव है
अवैध गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाना सिर्फ प्रशासन की नहीं, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है। यदि आप अपने आसपास किसी संदिग्ध गतिविधि को देखें, तो चुप न रहें। समय पर दी गई सूचना कई जिंदगियों को बचा सकती है और अपराधियों के हौसले पस्त कर सकती है।
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